भिवानी, 13 जुलाई (हप्र)
अप्रैल, मई व जून महीने का वेतन नहीं मिलने से योग शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा योग शिक्षकों की ड्यूटी उनके घरों से बहुत दूर की जा रही है। बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप रंगा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने योग शिक्षकों की ज्वाईनिंग अपने गांव या क्षेत्र से 80 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर दी है तथा इसके साथ-साथ सरकारी पीएचसी या राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में भी 20 किलोमीटर से अधिक दूर ड्यूटी निर्धारित की है। प्रदीप रंगा ने बताया कि योग शिक्षकों को सुबह 6 से 8 बजे तक व्यायामशालाओं में फिर 10 से 2 बजे तक पीएचसी या राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में उसके बाद शाम 4 से 6 बजे तक फिर से व्यायामशालाओं में जाना होता है। इस प्रकार से योग शिक्षकों से तीन शिफ्टों में ड्यूटी करवाई जा रही है। कहने को तो ये ड्यूटी 8 घंटे की है, परन्तु 8 घंटे की रोजाना यात्रा हो जाती है। इस प्रकार कुल 16 घंटे की ड्यूटी योग शिक्षकों से करवाई जा रही है। इतनी लंबी यात्रा के दौरान दुर्घटना का शिकार होकर दो शिक्षकों की तो अब तक मौत भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इतनी दूरी तय करने में योग शिक्षकों पर अधिक आर्थिक बोझ पड़ रहा है। बसपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि यही नहीं जिन योग शिक्षकों को आस-पास के गांवों में ज्वाईनिंग दी जा रही है, वहां पर व्यायामशाला ही नहीं है, जबकि कई व्यायामशालाएं पहले से खाली है, वहां पर किसी की ज्वाईनिंग नहीं दी जा रही। बसपा सरकार से मांग करती है कि योग शिक्षकों की ड्यूटी उनके गांव या आस-पास के गांवों में ही निर्धारित की जाए। इसके साथ ही या तो उनकी 8 घंटे की ड्यूटी लगातार करवाई जाए या फिर पीएचसी व राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी की ड्यूटी को हटाया जाए।