जगाधरी, 14 मार्च (निस)
बेमौसमी बरसात से पहले ही गेहूं की फसल को काफी नुकसान हो चुका है। तापमान बढ़ने पर अब पीले रतुआ का अटैक फसल में बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। पिछले साल के मुकाबले अभी ही ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। वहीं कृषि विभाग के अधिकारी पूरी चौकसी बरतने की बात कह रहे हैं। ये किसानों को भी सजग रहने की सलाह दे रहे हैं।
प्रदेश में इस बार पीले रतुआ का सबसे पहला केस जगाधरी क्षेत्र के गांव मामली के रकबे में बीते माह मिला था। यहां पर चौ. चरण सिंह कृषि विश्व विद्यालय के विशेषज्ञों की टीम ने भी दौरा कर सैंपल लिए थे। इसके बाद आए दिन जिले में पीले रतुआ के केस मिल रहे हैं। इसी माह में अब तक एक दर्जन से ज्यादा जगह पर फसल में पीला रतुआ मिल चुका है। गेहूं की एचडी-2967 वैरायटी में पीला रतुआ ज्यादा मिल रहा है। वहीं, कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. जेएस सैनी का कहना है कि एक हफ्ते से पीला रतुआ ज्यादा बढ़ रहा है। जिले के लगभग सभी खंडों में केस मिले हैं। उनका कहना है कि विभाग की टीमें पूरी तरह से चौकस हैं। प्रभावित फसल में कीटनाशक का स्प्रे कराया जा रहा है।
डा. सैनी ने बताया कि पिछले साल सीजन में जिले में 34 एकड़ फसल में पीला रतुआ मिला था, लेकिन इस बार अभी तक करीब 53 एकड़ फसल में यह मिल चुका है। उन्होंने किसानों को सजग रहने की सलाह दी है।