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पॉपलर की फसल में आई येलो रस्ट की बीमारी, किसानों की उड़ी नींद

  अरविंद शर्मा/ हप्र जगाधरी, 12 जून गेहूं की फसल की तरह इस बार पॉपलर की फसल में भी येलो रस्ट जैसी बीमारी आने से किसानों की नींद उड़ी हुई है। किसानों का कहना है कि इससे पेड़ लगातार कमजोर...
यमुना नदी रकबे में पीले रतुए से ग्रस्त खड़े पॉपलर के पेड़। -हप्र
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अरविंद शर्मा/ हप्र

जगाधरी, 12 जून

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गेहूं की फसल की तरह इस बार पॉपलर की फसल में भी येलो रस्ट जैसी बीमारी आने से किसानों की नींद उड़ी हुई है। किसानों का कहना है कि इससे पेड़ लगातार कमजोर हो रहे हैं। उनका कहना है कि संबंधित विभाग भी इस बाबत कुछ भी नहीं कर पा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र दामला के विशेषज्ञ डाक्टर संदीप कुमार का कहना है कि यह ज्यादा चिंता का विषय नहीं है, फिर भी वह टीम भेज कर सैंपलिंग करवा इसकी जांच कराएंगे।

जगाधरी, यमुनानगर, छछरौली, चूड़ियां आदि इलाकों में पॉपलर भी मुख्य फसलों में शुमार है। यहां पर 95% किसान पॉपलर की कम, ज्यादा खेती करते हैं। इसे कैश फसल माना जाता है। इस बार पॉपलर की फसल पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। यमुना नदी रकबे के किसान प्रदीप कुमार, संजीव, सुभाष चंद्र, रवींद्र, मुकेश कुमार, बिंदर, जसपाल, अजैब सिंह, अनिल कुमार आदि का कहना है कि पॉपलर के पौधों पर पीला रस्ट बड़ी मात्रा में आया हुआ है। उनका कहना है कि हाथ लगाने पर यह हाथ पीला कर देता है। इससे पॉपलर के पेड़-पौधे मुरझाने लगे हैं। उनका कहना है कि ये लगातार कमजोर हो रहे हैं।

किसानों ने प्रशासन से विशेषज्ञों की टीम भेज कर इसकी जांच कराने की गुहार लगाई है। किसानों का कहना है कि यमुना बैल्ट में इसका असर बहुत ज्यादा देखा जा रहा है।

विशेषज्ञ की टीम भेज कर जांच कराई जाएगी : डॉक्टर संदीप

कृषि विज्ञान केंद्र दामला के विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप कुमार का कहना है उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। उनका कहना है कि नमी के कारण अक्सर यह हो जाता है। पिछले साल भी खंड छछरौली में यह शिकायत मिली थी। उनका कहना है कि इससे फसल को कोई ज्यादा नुकसान नहीं होता। डॉक्टर संदीप का कहना है कि वह संबंधित इलाके में टीम भेजकर सैंपलिंग कराएंगे। सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा‌। उनका कहना है कि जांच के बाद ही इसकी रोकथाम की दवाई बताई जा सकेगी।

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