शाहाबाद मारकंडा, 2 अप्रैल (निस)
शनिवार को रेलवे विभाग की ओर से गांव कल्याणा में रेलवे विभाग की भूमि पर बसी बाजीगर बस्ती में बड़ी कार्रवाई की गई। जीआरपी की मौजदूगी में करीब 10 से 12 घरों के कमरों को ध्वस्त किया गया। हालांकि कालोनीवासी हाथ जोड़ गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन विभाग की ओर से बिना कुछ सुने कार्रवाई के आदेश दे दिए। पीले पंजे ने पशुओं के बाड़े, घरों के शौचालयों को तोड़ दिया। इसी बीच विधायक रामकरण काला के बेटे सुकरम पाल व प्रभजीत सिंह जीता मौके पर पहुंचे और साथ आए अधिकारी से बातचीत कर जेसीबी को रुकवाया। कालोनीवासी अमरजीत सिंह, सुखविन्द्र सिंह, रीना, राजकुमार, सुभाष, चमक, रेखा, मीना देवी ने कहा कि विभाजन के बाद ही उनके बुजुर्ग यहां आकर बसे थे और इस समय यहां पर 500 से अधिक परिवार रह रहे हैं। कालोनीवासियों ने कहा कि कुछ दिन पहले रेलवे विभाग की ओर से उन्हें नोटिस देकर कालोनी खाली करने के निर्देश दिए थे। इस पर वह सीएम सचिव कृष्ण बेदी और उपायुक्त कुरुक्षेत्र से मिले थे और ज्ञापन सौंपा था। सीएम सचिव ने आश्वासन दिया था कि उन्होंने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से बात की है और उनका प्रयास रहेगा कि रेलवे विभाग की ओर से 6 माह तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी। इससे पहले किसी योजना के तहत यहां के निवासियों के रहने की व्यवस्था की जाएगी।
जेसीबी के आगे लेटे कालोनीवासी
शनिवार सुबह जब जीआरपी जेसीबी लेकर बाजीगर बस्ती में पहुंचे तो लोगों ने इसका विरोध भी किया। अपने घरों को बचाने के लिए लोग जेसीबी के आगे लेट भी गये लेकिन पुलिस प्रशासन ने सख्त हिदायत दी कि सरकारी काम में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद जेसीबी ने कार्रवाई शुरू कर दी और 10 से 12 मकानों के शौचालयों, पशुओं के बाड़े और कमरों को ध्वस्त किया।