सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 17 दिसंबर
यमुनानगर में बैंक एजेंट द्वारा 27 ग्राहकों को कथित तौर पर जाल में फांस कर उनके नाम पर लोन लेकर खुद पैसा हड़पने का मामला सामने आया है। आरोप है कि यह लोन ग्राहकों को नहीं मिला बल्कि एजेंट खुद हड़प गए। जब बैंक ने किस्त भरने के लिए ग्राहकों को फोन किया तो मामले का खुलासा हुआ। इस पर इन लोगों ने पुलिस में शिकायत दी। अब तक इस मामले में 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार हैं।
यमुनानगर के एचडीएफसी बैंक के माध्यम से लोन करवाने के लिए कुछ लोग सक्रिय हुए। जिन्होंने बैंक के एक एजेंट से कथित तौर पर सांठगांठ करके 27 लोगों के कागजात लेकर उनके नाम लोन करवा दिए। इन ग्राहकों के नाम लोन होने के बाद जून में उनको फोन आने शुरू हो गए कि आपने बैंक की किस्त जमा नहीं कराई। जब इन ग्राहकों ने बैंक जाकर पता किया तो उनके नाम 50000 से एक लाख तक के लोन लिए गए थे।
ग्राहकों ने बताया कि उनके पास राहुल नाम का व्यक्ति आया जिसने बताया कि उनकी एचडीएफसी बैंक के एजेंट से जान पहचान है। वह उनका लोन करवा देगा। विश्वास करने पर इन ग्राहकों ने उन्हें अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, चेक व फोटोग्राफ्स दे दिए। इसके बाद बैंक ने इन सभी के खातों में लोन डाल दिया। लेकिन उन ग्राहकों ने को लोन की राशि नहीं मिली, बल्कि उसी राशि से इन एजेंटों ने प्रोडक्ट लेकर बेच दिए।
ग्राहकों ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करके शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ने मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौंपा। आर्थिक अपराध शाखा के सब इंस्पेक्टर जनक राज ने सारे मामले की जांच करके बैंक के एजेंट नरेंद्र सिंह एवं मोहित सैनी, साहिल वर्मा व राहुल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करके 3 लोगों को गिरफ्तार किया। नरेंद्र सिंह फरार बताया जा रहा है। पुलिस जांच अधिकारी का कहना है कि गिरफ्तार किए गए लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी कि इसमें कुछ और लोग भी शामिल हैं।