Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

यमुना पुल बॉर्डर पर बन सकता है गंगा-यमुना का संगम स्थल

प्रयागराज की तरह ही शामली जिला के गांव गंदेवड़ा में होता है यमुना, गंगा नदियों के पानी का संगम
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
शामली जिला के गांव गंदेवड़ा में एक नहर से यमुना व दूसरी नहर से गंग नहर द्वारा गंगा का पानी आते हुए।-हप्र
Advertisement

बिजेंद्र सिंह/हप्र

पानीपत, 6 फरवरी

Advertisement

हिन्दुओं के सबसे बड़े उत्सव महाकुंभ के प्रति लोगों की बढ़ती आस्था से गंगा व यमुना के संगम स्थल प्रयागराज में करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। ऐसा ही एक संगम स्थल यूपी के जिला शामली के गांव गंदेवड़ा में भी अस्तित्व में आया है। जहां पर अब अमावस्या, पूर्णिमा, गंगा दशहरे व कुंभ आदि पर्वों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।

गंदेवड़ा संगम से गंगा का पानी पानीपत में यमुना पुल तक लाकर पानीपत-यूपी बॉर्डर स्थित यमुना पुल के पास नया संगम स्थल बन सकता है। इससे बड़ी संख्या में हरियाणा, राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं को स्नान करने के लिये प्रयागराज या हरिद्वार आदि अन्य धार्मिक स्थलों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और यहां संगम स्थल बनाकर पयर्टन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।

बता दें कि यूपी के प्रयागराज की तरह ही पश्चिमी यूपी के शामली जिला के (सहारनपुर की सीमा से सटे) गांव गंदेवड़ा में यमुना व गंगा दोनों पवित्र नदियों के पानी का संगम स्थल है। यमुना नदी का पानी पूर्वी यमुना नहर और गंगा का पानी गंग नहर के माध्यम से इसी गांव गंदेवड़ा में आकर मिलता है और यह गांव गंदेवड़ा तीर्थ संगम के नाम से प्रसिद्ध होता जा रहा है।

सिंचाई योजना के तहत रूड़की-देवबंद गंग नहर का निर्माण हुआ तो गंदेवड़ा में यमुना के पानी में गंगा का पानी आकर मिलने लगा। सन 2018-19 में लोकसभा सदस्य व पूर्व मंत्री सुरेश राणा ने गंदेवड़ा में संगम घाट का निर्माण करवाया। पश्चिमी यूपी व हरियाणा के आसपास के जिलों में रहने वाले जो श्रद्धालु कुंभ के दौरान गंगा-यमुना संगम में स्नान करने प्रयागराज या फिर गंगा में स्नान करने के लिए हरिद्वार नहीं जा सकते, अब वे श्रद्धालु गंदेवड़ा संगम घाट पर स्नान कर रहे हैं।

पानीपत जिला के भी बहुत से श्रद्धालु विशेष अवसरों पर गंदेवड़ा संगम पर स्नान करने के लिये जाते हैं, लेकिन पानीपत के लोग भी अब गंदेवड़ा संगम से गंगा का पानी हरिद्वार हाईवे पर पानीपत-यूपी बॉर्डर स्थित यमुना नदी के पुल तक लाकर यहां पर यमुना व गंगा का संगम घाट बनाने की मांग कर रहे हैं।

यमुना पुल तक गंगा का पानी लाने की करेंगे मांग : रतन सिंह रावल

यमुना सुधार समिति के प्रदेशाध्यक्ष रतन सिंह रावल एडवोकेट ने कहा कि गंग नहर के माध्यम से गंगा का पानी गंदेवड़ा संगम घाट तक आता है और वहां से गंगा का पानी सीधे पानीपत व यूपी के बॉर्डर पर यमुना पुल तक आ सकता है। एक नाला सहारनपुर से गंदेवड़ा संगम घाट के पास से होते हुए पानीपत व यूपी के बॉर्डर पर इसी यमुना पुल तक आता है, यूपी की भाषा में उसे काटा कहते हैं। सरकार चाहे तो उसी नाले से होकर गंगा का पानी पानीपत व यूपी बॉर्डर के पास यमुना पुल तक आ सकता है। यमुना पुल के पास संगम बनने से यह सारा क्षेत्र पयर्टन स्थल के रूप में विकसित होगा और इससे यूपी व हरियाणा दोनो प्रदेशों को फायदा होगा। रावल ने कहा कि स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल को भी ज्ञापन सौंप कर गंगा का पानी यमुना पुल तक लाकर संगम घाट का निर्माण करवाने की मांग करेंगे। इसको लेकर जल्द ही यमुना के आसपास के दर्जनों गांवों की महापंचायत बुलाकर भी संगम बनाने की मांग करेंगे।

Advertisement
×