अम्बाला शहर, 18 अप्रैल (हप्र)
अम्बाला शहर में सनातन धर्म सभा द्वारा संचालित गुरुकुल में बृहस्पतिवार को ब्रह्मचारियों के पहले ग्रुप का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया। यह आवासीय गुरुकुल 14 फरवरी से शुरू किया गया है। गुरुकुल के संरक्षक स्वामी डॉ. वागीश स्वरूप ब्रह्मचारी ने बताया कि भारतीय प्राचीन वैज्ञानिक शिक्षा को आज के युवा वर्ग में पोषित करने के लिए इस गुरुकुल की शुरुआत की गई है। गुरुकुल में विद्यार्थी एक आधुनिक बालक की तरह कंप्यूटर, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी पढ़ेंगे। साथ ही साथ प्राचीन भारतीय वेदों के विज्ञान को भी समझेंगे। यहां विद्यार्थियों की दिनचर्या में प्रतिदिन यज्ञ, ध्यान योग, व्यायाम होगा और चरित्रवान, बलवान, प्रज्ञावान बनेंगे।
स्वामी वागीश स्वयं बनारस के प्रसिद्ध संस्थान सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शिक्षित हैं। उन्होंने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।