सोनीपत, 3 मार्च (हप्र)
फसल खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार द्वारा मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। कृषि विभाग को भी सरकार द्वारा 100 प्रतिशत क्षेत्रफल का पंजीकरण करवाने का लक्ष्य दिया गया था, परंतु पोर्टल पर दर्ज कुल कृषि क्षेत्र के गलत आंकड़ों ने कृषि विभाग की पंजीकरण रिपोर्ट बिगाड़ कर रख दी है। इस संकट से निकलने के लिए विभाग ने राजस्व विभाग को पत्र लिखकर आंकड़े दुरुस्त करने का आग्रह किया है। दरअसल, मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर जिले में कुल कृषि क्षेत्र भूमि का आंकड़ा 4 लाख 30 हजार एकड़ दर्ज है, जबकि राजस्व विभाग और कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में करीब 4 लाख 13 हजार एकड़ भूमि में ही कृषि कार्य होते हैं। ऐसे में पोर्टल पर सोनीपत जिले का रिकार्ड काफी अधिक रजिस्ट्रेशन करवाने के बावजूद अन्य जिलों से काफी खराब दर्शाया जा रहा है।
जांच को खंड कृषि अधिकारियों की बैठक
पंजीकरण रिपोर्ट को सुधारने के लिए कृषि विभाग कार्यालय में कृषि उपनिदेशक अनिल सहरावत की अध्यक्षता में खंड स्तरीय कृषि अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान खंड स्तर के अधिकारियों से गांव-गांव की रिपोर्ट मांगी गई तथा उसके जांच के बाद पाया कि पोर्टल पर करीब 17 हजार एकड़ भूमि अधिक दर्ज है। इसे ठीक करवाने के लिए कृषि विभाग ने जिला राजस्व विभाग को पोर्टल पर रिकार्ड ठीक करवाने का आग्रह किया है। बैठक के दौरान क्राॅप बुकिंग प्रक्रिया को भी जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश खंड कृषि अधिकारियों को दिए गए।
}मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर दर्ज आंकड़े ठीक नहीं है। करीब 17 हजार एकड़ भूमि का अंतर है। जिसे ठीक करवाने के लिए राजस्व विभाग को लिखा गया है।Rs
-अनिल सहरावत, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत