भिवानी, 28 जुलाई (हप्र)
हरियाणा स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी द्वारा स्थानीय हलवासिया विद्या विहार के वरिष्ठ विभाग में विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रतिवर्ष 28 जुलाई को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हम उन जानवरों और पेड़ों का संरक्षण करें जो प्राकृतिक वातावरण से विलुप्त होने के कगार पर हैं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने प्रकृति के संरक्षण व जैव विविधता पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर आचार्य मनोज कुमार शर्मा, उप-प्राचार्या सरला शर्मा ने विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर विचार रखे। विभाग प्रमुख अलेक्जेंडर दास, राजेंद्र नरूला, ज्योत्स्ना शर्मा, गरिमा शर्मा, रितु शर्मा, सुभाष गिल, एस. आर. स्पेंसर, पुनीत परुथी, मनोज शर्मा, नरेश महता, मोनिका, विनोद कुमार कौशिक, राम भगत, गोविंद प्रताप मिश्रा भी उपस्थित रहे।
‘प्राकृतिक संसाधनों न हो अंधाधुंध दोहन’
चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति वीसी प्रो. राजकुमार मित्तल ने कहा कि देश व प्रदेश की उन्नति में ऊर्जा का अहम योगदान होता है। शिक्षा, रोजगार, औद्योगिक क्षेत्र व प्रगतिशील भारत के लिए बिजली बहुत जरूरी है। इसलिए बिजली का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधन सीमित मात्रा में है, इनका अंधाधुंध दोहन नहीं करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ी भी इनका प्रयोग कर सकें। कुलपति बृहस्पतिवार को गांव प्रेमनगर स्थित चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आबिजली मंत्रालय की ओर से उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य पॉवर 2047 कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। राजकीय उच्च विद्यालय प्रेमनगर की छात्राओं ने कार्यक्रम में हरियाणवीं नृत्य, जीलिट्रा पब्लिक स्कूल भिवानी की विद्यार्थियों ने नुक्कड़-नाटक तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की महिलाओं ने बिजली संरक्षण व बिजली बचाव पर नुक्कड़-नाटक प्रस्तुत किया।