भाजपा के पांच जिला अध्यक्षों के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा
भाजपा ने इसी साल मार्च में 27 जिलाध्यक्षों की सूची जारी की थी, जिसमें 20 नए चेहरे थे, जबकि 7 पुराने कार्यकर्ताओं को मौका मिला। इनमें से 5 जिलाध्यक्ष किसी न किसी राजनीतिक विवाद में फंसे हुए हैं। अब जिला अध्यक्षों की शिकायतों के संबंध में पत्र मीडिया को भेजे जा रहे हैं। फतेहाबाद में जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा और पूर्व विधायक दूड़ाराम समर्थक पदाधिकारियों के बीच विवाद लगातार चल रहा है।
बीती 30 अक्तूबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने फतेहाबाद दौरे के दौरान जिलाध्यक्ष और पूर्व विधायक से मुलाकात की थी। रोहतक जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका के खिलाफ 16 पन्नों की शिकायत सौंपी गई है। शिकायत में कहा गया है कि जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका का राजनीतिक इतिहास अवसरवादी रहा है। उन्होंने पहले इनेलो और कांग्रेस में सत्ता का सुख भोगा और 2014 में भाजपा के सत्ता में आते ही इसमें शामिल हो गए। गोहाना के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र मलिक के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि मलिक भाजपा का जजपा व कांग्रेसीकरण कर रहे हैं।
