सीवन, 25 अप्रैल (निस)
लदान कार्य बहुत धीमा होने के चलते अनाज मंडी में मजदूरों ने बृहस्पतिवार को हड़ताल कर दी। मंडी में गेहूं की बोरियां बहुत अधिक पड़ी हैं और लदान के लिए जो गाड़ियां लगी हैं उनकी संख्या बहुत कम है। इसके चलते मंडी में गेहूं की बोरियां अटी पड़ी हैं। गाड़ियों की
संख्या कम होने के कारण मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। मजदूरों को उनकी पूरी दिहाड़ी तक नहीं मिल पा रही है। इस का विरोध करते हुए मजदूरों ने सीवन मंडी में हड़ताल कर दी और काम बंद रखा व नारेबाजी की।
मजदूरों का कहना था कि एक आढ़ती के पास केवल एक ही गाड़ी दिन में आती है। यदि उसे भरा जाता है और मजदूरों को अपनी मजदूरी का हिसाब लगाएं तो उन्हें 100 रुपये प्रति दिन की दिहाड़ी भी नहीं मिल पा रही है। ठेकेदार को भी बोला गया है कि गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाए। जब तक संख्या बढ़ाई नहीं जाती है वह हड़ताल पर रहेंगे और लदान का कार्य रुका रहेगा।
सीवन मंडी के प्रधान अमरेन्द्र खारा ने कहा कि मंडी में गेहूं की 3 लाख बोरियां पड़ी हैं, जिसका लदान होना बाकी है। परंतु गाड़ियों की संख्या कम होने के कारण बहुत बहुत परेशानी हो रही है। मंडी के सभी आढ़ती मजदूरों के साथ हैं और उनकी मांग जायज भी है। यदि उन्हें उनकी मजदूरी ही पूरी नहीं मिल पाएगी तो मंडी में काम कौन करेगा। गेहूं मंडी में पड़ी है तो उसमें घटौती भी हो रही है जिसकी जिम्मेवारी आढ़ती की होती है। लदान धीमा होने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है।