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महिला सुरक्षा होगी शीर्ष प्राथमिकता, वरिष्ठ अधिकारी होंगे जवाबदेह

मधुबन बैठक में डीजीपी शत्रुजीत कपूर का ऐलान
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पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर।
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मधुबन (करनाल) में आयोजित हरियाणा पुलिस की दो दिवसीय उच्च स्तरीय बैठक में डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने अपराधियों को सीधे चेतावनी देते हुए कहा कि ‘जो अपराध करेगा, वह बचेगा नहीं।’ बैठक में पूरे प्रदेश की कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा और अपराध नियंत्रण की समीक्षा की गई।

डीजीपी ने साफ किया कि अब महिला से जुड़े हर मामले की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी स्वयं करेंगे और किसी भी तरह की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई होगी। डीजीपी कपूर ने कहा कि महिला सुरक्षा हर हाल में सर्वोच्च प्राथमिकता है। बलात्कार, छेड़छाड़ और अपहरण जैसे मामलों को वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर मॉनिटर करेंगे। पीड़िता को न केवल न्याय मिले, बल्कि उसकी काउंसलिंग और सुरक्षा भी पुलिस की सीधी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने दो टूक कहा कि जेल से बाहर आने के बाद अगर कोई आरोपी पीड़िता को फिर से परेशान करने की कोशिश करता है तो उसे तुरंत हिरासत में लिया जाए।

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बैठक में बताया गया कि पिछले एक साल में महिला अपराधों में 16 से 25 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। डीजीपी ने इसे पुलिस बल की प्रतिबद्धता का परिणाम बताते हुए इसे और मजबूत करने पर जोर दिया। बैठक में पुलिस की हाल की कार्रवाइयों का जिक्र करते हुए डीजीपी ने कहा कि संगठित अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जनवरी 2024 से अब तक 110 मुठभेड़ों में 13 अपराधी मारे गए और 156 घायल हुए। कई बदमाशों का प्रत्यर्पण कराया गया और अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट तक बंद कराए गए। डीजीपी कपूर ने कहा कि अपराधियों के लिए हरियाणा की जमीन अब सुरक्षित ठिकाना नहीं रही।

सूदखोरी के खिलाफ 15 दिन का विशेष अभियान

डीजीपी कपूर ने घोषणा की कि प्रदेशभर में सूदखोरों के खिलाफ पंद्रह दिन का अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि ऊंचे ब्याज पर कर्ज देकर गरीबों का शोषण करने वाले सूदखोर अब जेल जाएंगे और उनकी संपत्ति कुर्क होगी। उन्होंने जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए कि अभियान को जनहित से जोड़ते हुए आम नागरिकों को जागरूक करें।

नशामुक्त हरियाणा और साइबर ठगी पर सख्ती

बैठक में नशामुक्त हरियाणा को लेकर ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए गए। थाना प्रभारियों को आदेश हुआ कि वे अपने-अपने क्षेत्र को नशामुक्त घोषित करें और नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करें। साइबर अपराध की समीक्षा करते हुए डीजीपी ने कहा कि ठगी की रकम की रिकवरी दर को बढ़ाना जरूरी है। अपराधियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजना ही जनता के भरोसे को मजबूत करेगा।

सीसीटीवी नेटवर्क से अपराधियों पर पैनी नजर

डीजीपी कपूर ने बताया कि पांच करोड़ रुपये की लागत से प्रदेशभर में सीसीटीवी नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। साथ ही निजी संस्थानों से भी सहयोग लेकर अधिक से अधिक कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि अपराधियों की गतिविधियों पर चौकस निगरानी रखी जा सके।

पुलिस कल्याण और जवाबदेही पर फोकस

बैठक में पुलिस बल के कल्याण और कार्यक्षमता पर भी चर्चा हुई। सभी थानों में स्वच्छ वातावरण, पौष्टिक भोजन और बेहतर मेस की व्यवस्था की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे सहानुभूतिपूर्ण नेतृत्व करें और जूनियर रैंकों को सशक्त व जवाबदेह बनाएं। डीजीपी ने आदेश दिया कि हर थाना प्रभारी प्रतिदिन शिकायतों की सुनवाई करे और शिकायतकर्ता को रसीद अवश्य दे। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करना ही पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

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