गुरुग्राम, 11 मई (हप्र/निस)
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने कहा कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में कमी सिर्फ जागरूकता से ही लाई जा सकती है। महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए आगे आना होगा तथा अपने साथ हो रहे अन्याय की शिकायत उचित प्लेटफार्म पर करनी होगी। सुनवाई नहीं होने पर आयोग का दरवाजा हमेशा न्याय के लिए खुला है। वह यहां महिला उत्पीड़न से संबंधित विषयों की सुनवाई के लिए पहुंची थी। उनके समक्ष घरेलू हिंसा, दहेज व मानसिक उत्पीड़न से संबंधित 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से कुछ शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दोनों पक्षों की सहमति से समझौता भी करा दिया। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि सुनवाई के दौरान उनके समक्ष 15 शिकायतें रखी गयी थी जिसमें से पांच शिकायतों को पेंडिंग रखते हुए दोनों पक्षों को आपसी रजामंदी के लिए कुछ और समय दिया गया है। ऐसे में इस बैठक में विवाहोत्तर संबंध व डबल मैरिज से जुड़े मामलों में इस उम्मीद के साथ कि शायद इनमें आपसी सहमति बन सके, दोनों पक्षों को दस दिन का समय दिया गया है। तीन केसों में दोनों पक्षों ने स्वयं ही आपसी रजामंदी से समझौता कर लिया। उन्होंने कहा कि दो केसों में हमनें दोनों पक्षों को पर्सनल हियरिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। बैठक में मौके पर ही पांच अन्य शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं, जिनको दर्ज करने के साथ ही अगली सुनवाई में समाधान के लिए रखा जाएगा।