भिवानी/चरखी दादरी, 7 अगस्त (हप्र/निस)
हरियाणा सरकार द्वारा बर्खास्त शारीरिक क्षिक्षकों का दोबारा से टेस्ट लेने का शिक्षकों ने विरोध जताया। उन्होंने लघु सचिवालय के बाहर दिये जा रहे धरने पर नारेबाजी कर टेस्ट न देने का फैसला लिया है। इसका नेतृत्व हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने किया। सभी शारीरिक शिक्षकों ने टेस्ट न देने के लिए अपने अपने जिलों में सरकार को हल्फनामा भी दिया। उधर, चरखी दादरी में धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई ने कहा कि वे नौकरी बहाली के लिए अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इस दौरान भाजपा के पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी समर्थन में पहुंचे और सीएम से मिलकर समाधान करवाने का आश्वासन दिया।
रोहतक में जारी रहा अनशन
रोहतक (हप्र) : लघु सचिवालय के बाहर चल रहे हरियाणा के बर्खास्त 1983 पीटीआई अध्यापकों का प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। आज धरना स्थल पर निर्मला, रेखा, राजेश कुमार, नरेन्द्र कुमार को अनशन पर बैठाया गया। संघर्ष समिति के प्रवक्ता महाबीर सैनी ने बताया कि धरने का संचालन कविता व पीटीआई संघर्ष समिति रोहतक के प्रधान संदीप किशनपुरिया कि अध्यक्षता में हुआ। जिले के सभी पीटीआई अध्यापकों ने संघर्ष समिति के आह्वान पर सरकार द्वारा रखी गई भर्ती परीक्षा का बहिष्कार करने के लिए शपथ पत्र पीटीआई संघर्ष समिति रोहतक को सौंपे। उन्होंने नौकरी बहाली के लिए आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया।