चंडीगढ़, 29 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यूनिवर्सिटी, स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारियों और किसानों की मुआवजे की मांगों को लेकर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार कर्मचारियों और किसानों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव कर रही है। सरकार लगातार विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों की नियुक्तियों में दखल दे रही है। विश्वविद्यालयों में पिछले 7-8 साल से सेवाएं दे रहे कच्चे कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
शनिवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में हुड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन की ज्ञापन भी उनके पास पहुंचा है। यह उन्होंने सरकार को भेज दिया है ताकि इस पर कार्रवाई की जा सके। विधानसभा के बजट सत्र में भी इन वर्गों के मुद्दों को कांग्रेस उठाएगी। ज्ञापन में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-1 कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम के बजाय सीधे विभाग के पे-स्केल देने, समान काम, समान वेतन, सेवा सुरक्षा की नीति लागू करने, हटाए गए सभी ठेका कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने और वक्त पर वेतन भुगतान जैसी कई मांगों उठाया है।
हुड्डा ने कहा, कर्मचारियों की ऐसी अनेक जायज मांगों की सरकार लगातार अनदेखी कर रही है। कई-कई साल से अलग-अलग विभागों में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को पक्का करने की बजाए, उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है। यही वजह है कि कर्मचारी वर्ग मौजूदा सरकार की नीतियों से परेशान है। कोरोना काल में जब सरकार को कच्चे कर्मचारियों का सहारा बनना चाहिए था, उस दौर में भी सरकार द्वारा कर्मचारियों की छटनी की गई। आज छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है।
हुड्डा ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ लगातार किसानों का भी शोषण कर रही है। पिछले दिनों हुई बारिश के चलते फसलों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। बार-बार मांग किए जाने के बावजूद सरकार ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया। यहां तक कि अब तक सरकार ने अबतक गिरदावरी भी नहीं करवाई। जबकि पड़ोसी राज्य दिल्ली किसानों को 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे चुका है। लेकिन हरियाणा सरकार पिछले सीजन का मुआवजा भी आज तक लटकाए बैठी है।