चंडीगढ़, 10 नवंबर (ट्रिन्यू)
सोनीपत जिले का बरोदा हलका कभी चौ़ देवीलाल परिवार का गढ़ रहा है। यहां से लगातार इनेलो उम्मीदवार चुनाव भी जीतते रहे, लेकिन 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री बनने के बाद इनेलो यहां पैर नहीं जमा सकी। अब तो स्थिति यह हो गई है कि पार्टी को पूर्व सांसद व लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी सुप्रीमो राजकुमार सैनी से भी कम वोट मिले। हालांकि 2019 के आमचुनावों के मुकाबले इस बार इनेलो का वोट बैंक बढ़ा है।
इनेलो ने दोबारा भी जोगेंद्र सिंह मलिक पर ही दांव खेला था। 2019 में मलिक को लगभग 3200 वोट मिले थे, जबकि आमचुनाव में वे 5003 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। वहीं मलिक से अधिक लोसुपा प्रत्याशी राजकुमार सैनी 5611 वोट हासिल करने में सफल रहे। सैनी ने बड़ी सोची-समझी रणनीति के तहत बरोदा उपचुनाव लड़ा था। उन्हें लगता था कि 2019 के आमचुनाव में जिस तरह से उन्हें गोहाना से अच्छे वोट हासिल हुए थे, उसी तरह से बरोदा में भी गैर-जाट वोट बैंक उन्हें मिलेगा।
गोहाना में सैनी ने कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को कड़ी टक्कर दी थी। बहुत कम मार्जन से ही मलिक चुनाव जीत पाए थे। यह दूसरा उपचुनाव था, जब सैनी ने इनेलो से अधिक वोट हासिल किए। इससे पहले खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल में जींद में हुए उपचुनाव में सैनी की पार्टी ने इनेलो उम्मीदवार के मुकाबले दोगुने से भी अधिक वोट हासिल किए थे।
इनेलो में पार्टी के पुराने वर्करों को फिर से जोड़ने व पार्टी की जड़ें मजबूत करने के लिए खुद चौटाला बरोदा उपचुनाव में डटे रहे। उन्होंने वर्करों में जोश भरने की तमाम कोशिश की, लेकिन चुनावी नतीजों से पार्टी को निराशा ही हाथ लगी है। माना जा रहा है कि अब अभय चौटाला को और मेहनत करनी होगी। हालांकि विधानसभा में जिस मजबूती और कमांड के साथ अभय चौटाला बोलते हैं, उसका कोई मुकाबला भी नहीं है। ऐसी ही कमांड उन्हें विधानसभा से बाहर वोटरों के बीच भी दिखानी होगी।
2 को छोड़ सभी की जमानत जब्त
बरोदा उपचुनाव में विजेता रहे कांग्रेस के इंदू राज नरवाल तथा भाजपा-जजपा गठबंधन प्रत्याशी योगेश्वर को छोड़कर बाकी सभी प्रत्याशियों की जमानत भी नहीं बची। कांग्रेस के इंदू राज नरवाल उर्फ भालू को 60 हजार 636, गठबंधन के योगेश्वर दत्त को 50 हजार 70, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के राजकुमार सैनी को 5611 तथा इनेलो के जोगेंद्र सिंह मलिक को 5003 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी इंदूराज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी योगेश्वर दत्त को 10 हजार 556 मतों से पराजित किया है। बरोदा में इन दो प्रत्याशियों को छोड़कर बाकी सभी की जमानत जब्त हो गई है।