शाहाबाद मारकंडा (निस)
श्रीमद् देवी भगवती बाला सुंदरी मंदिर में चल रही संगीतमयी श्रीराम कथा में शुक्रवार को कथा व्यास प्रह्लाद मिश्र रामायणी ने कहा कि जब-जब धर्म की हानि शुरू हुई तब-तब भगवान ने अवतार लेकर धर्म की रक्षा की। भगवान श्रीराम के अवतार में भगवान ने जहां मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर पिता, माता, भाई, पत्नी व प्रजा का सम्मान किया, वहीं धरती पर आतंक बन चुके रावण का वध कर धर्म की रक्षा की। श्रीराम मोहे भाय तोहरा सुंदर सजल स्वरूप जैसे भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। पंडित प्रह्लाद मिश्र ने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है जब हम उसे अपने जीवन में उतार लें। मंदिर सभा की ओर से प्रधान पवन गर्ग, कंवल गाबा, अवशीष शर्मा, आशुतोष गर्ग ने कथा व्यास पंडित प्रह्लाद मिश्र रामायणी का फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। मंच का संचालन रामकृष्ण हसीजा ने किया।