सफीदों, 18 जुलाई (निस)
स्थानीय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक मॉडल संस्कृति स्कूल में स्कूली बच्चों से स्कूल समय के दौरान घास उखड़वाने के आरोप की जांच जिला बाल कल्याण समिति के दो सदस्यों ने सोमवार को शुरू की तो कई और मामले भी सामने आए।
स्कूल परिसर में जिला बाल कल्याण समिति के टीम सदस्य परमजीत व सुरेश ने आरोप लगाया कि बच्चों से नाजायज तौर पर भीषण गर्मी के मौसम में खरपतवार उखड़वाया गया। इसकी पुष्टि तो जांच के दौरान हुई ही, बच्चों से भेदभाव का मामला भी सामने आया। बच्चों से एकांत में हुई बातचीत के आधार पर उन्हाेंने बताया कि स्कूल के कई कमरों में मिट्टी के घड़े में पानी था जिसे पीने की इजाजत बच्चों को नहीं थी। इसे केवल चुनिंदा अध्यापक ही पी सकते थे। उंन्होंने बताया कि स्कूल के किचन व इसके बर्तनों के मामले में भी बच्चों के साथ भेदभाव की बात सामने आई है। टीम सदस्यों का कहना था कि वे कल तक अपनी रिपोर्ट समिति के अध्यक्ष नरिन्द्र अत्री को सौंप देंगे। इस मौके पर आरपीआई (अम्बेडकर) के प्रवक्ता सुनील गहलावत ने आरोप लगाया कि क्योंकि इस सरकारी स्कूल में ज्यादातर बच्चे दलित या पिछड़े वर्गों के हैं, स्कूल में उनके साथ जातिगत भेदभाव किया जा रहा है।
डीपी ने नकारे आरोप, प्राचार्य ने मानी कमियां
भले ही डीपी अजय ने आरोपों को नकारा, प्राचार्य चैनसिंह ने कुछ कमियों को स्वीकारते हुए इनका उनके ध्यान में न होने को कारण बताया और कहा कि वह अभी नए हैं, अब ध्यान रखेंगे। खण्ड शिक्षा अधिकारी दलबीर मलिक, जो स्थानीय राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्राचार्य भी हैं, इस सब पर टिप्पणी को आज उपलब्ध नहीं थे। बता दें कि सिंघाना के सोनू ने स्कूली बच्चों से घास उखाड़वाये जाने की शिकायत कल स्थानीय सिटी थाना प्रबन्धक तथा बाल कल्याण विभाग व अनेक उच्चाधिकारियों को की थी।