नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 16 मई
स्कूली विद्यार्थियों व शिक्षकों की सुविधा के लिए हरियाणा सरकार की ओर से ई-अधिगम योजना के तहत दिए गये टैब में ‘मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट सिस्टम’ (एमडीएम) नाम का साॅफ्टवेयर तीसरी आंख का काम करेगा।
इसकी सहायता से शिक्षकों की गतिविधियां सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट हो सकेंगी। नयी व्यवस्था के बाद अब शिक्षक शिक्षा निदेशालय व मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की निगरानी में रहेंगे। इस योजना के पहले चरण में पीजीटी व स्कूल मुखियाओं को शामिल किया गया है।
इस सॉफ्टवेयर की बड़ी बात यह है कि खंड, जिला, निदेशालय व मुख्यमंत्री कार्यालय को यह तक पता चलता रहेगा कि विद्यार्थी ने टैब के माध्यम से आज क्या पढ़ा और शिक्षक ने बच्चों को कितना व क्या पढ़ाया है। इसकी रिपोर्ट उपयुक्त समय पर अधिकारियों को डैशबोर्ड पर मिलती रहेगी। अभी इसके तहत मात्र तीन विषयों को ही शामिल किया गया है, जिनमें हिन्दी, अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान शामिल हैं।
एम्प्लॉई आईडी से जुड़ेगा : यह व्यवस्था शुरू होने के बाद जिस शिक्षक को टैब दिया गया है, उसकी एम्प्लॉई आईडी से वह मैप हो जाएगा और खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ), जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) से लेकर शिक्षा निदेशालय (डीएसई) तथा मुख्यमंत्री कार्यालय तक उसकी रिपोर्ट मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से उपलब्ध रहेगी। इतना ही नहीं, शिक्षक का ट्रांसफर होने पर उसका टैब पुराने स्कूल में जमा नहीं करवाया जाएगा, बल्कि नये स्कूल में भी वही टैब शिक्षक के साथ जाएगा। इसका अभिप्राय है कि संबंधित शिक्षक की रिटायरमेंट तक यह सिस्टम खंड स्तर से लेकर जिला, निदेशालय और मुख्यमंत्री कार्यालय को पल-पल की सूचना देता रहेगा।
डायरी भी होगी ऑनलाइन
शिक्षक डायरी भी ऑनलाइन ही टैब से भरे जाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके बाद शिक्षक को डायरी भी ऑनलाइन करनी होगी और यह स्कूल मुखिया द्वारा जांची जाएगी। इसके बाद इसे निदेशालय व मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से अप्रूव किया जाएगा।
इससे बच्चों को फायदा मिलेगा और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। स्कूलों में करवाई जाने वाली प्रत्येक गतिविधि की जानकारी जिला स्तर से लेकर निदेशालय व मुख्यमंत्री कार्यालय को मिलती रहेगी।
-कुलदीप सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी, हिसार