दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान में साप्ताहिक सत्संग आयोजित
जगाधरी, 1 जून (हप्र)
हनुमान गेट स्थित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आश्रम में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। साध्वी वंशिका भारती ने मानवीय जीवन में प्रेम का महत्व समझाते हुए कहा कि प्रेम जीवन की वह ऊर्जा है, जो सकारात्मक दिशा की ओर प्रेरित हो जाए तो एक मानव को देवतुल्य बना देती है। प्रेम शब्द कहने व सुनने के लिए जितना छोटा है, उसका अर्थ और भाव उतना ही विराट और विस्तृत रूप में सृष्टि को संचालित कर रहा है, लेकिन प्रेम का यह विराट स्वरूप तभी प्रकट होता है, जब मनुष्य एक ब्रह्मनिष्ठ गुरू की कृपा से अपने हृदय में परमात्मा का प्रकाश स्वरूप में दर्शन करता है। उन्होंने कहा कि गुरू प्रेम का दिव्य स्पंदन ही शिष्य के मन को विकार मुक्त कर के उसके जीवन को देवतुल्य बना देता है। यह प्रेम का स्वभाव है कि जिसके प्रति मनुष्य के भीतर प्रेम पैदा होता है। उसके गुण मनुष्य में सहज ही उतर जाते हैं। पूर्ण रूप से कर्तव्यनिष्ठ होकर इस नश्वर देह द्वारा हमें सांसारिक संबंधों को निभाते हुए अपना जीवन यापन करना है और अंतिम श्वास से पहले गुरु प्रेम से ही अपनी आत्मा का शृंगार है।