रेवाड़ी, 11 दिसंबर (निस)
रेवाड़ी के एक गांव से महेन्द्रगढ़ जिला के एक गांव में गई बारात को वधु पक्ष ने फेरों से पूर्व बिना दुल्हन के ही लौटा दिया। इससे पूर्व वरमाला हुई और बारातियों को लजीज व्यंजन परोसा गया। लेकिन अचानक विवाह से इंकार कर दिये जाने के बाद मायूस दूल्हा व बाराती बैरंग लौट आए।
हुआ यह कि रेवाड़ी के एक गांव से 9 दिसंबर को महेन्द्रगढ़ जिला के गांव में बारात गई थी। बारात में मात्र 40-50 लोग थे। वधु पक्ष ने बारातियों की खूब खातिर की और लजीज व्यंजन परोसा। डीजे पर बारातियों ने डांस किया। धूमधाम से वरमाला भी हुई। लेकिन जब दूल्हा-दुल्हन को फेरों पर बिठाने का समय आया तो अचानक वधु पक्ष के लोगों ने शादी करने से इंकार कर दिया। बार-बार समझाने के बाद भी दुल्हन को फेरों पर नहीं बिठाया गया। आखिर में मजबूर होकर बिना दुल्हन के ही दूल्हा अपने गांव लौट आया। बताया जाता है कि लड़की वालों ने लड़के वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया। वर पक्ष के लोगों ने कहा कि विवाह से पूर्व गोद भराई हुई और वधु पक्ष की ओर से लग्न भी भेजा गया। 10 दिसंबर को मौजिज लोग लड़की वालों के गांव पहुंचे और मामले को सुलझाने का प्रयास किया। लेकिन लड़की पक्ष के लोग शादी नहीं करने पर अडिग रहे। बताया जाता है कि इस बात पर सुलह हुई कि दोनों पक्ष एक-दूसरे का दिया हुआ सामान लौटाएंगे।