मौसम अनुकूल, लेकिन मंडियों में गेहूं आवक 10 अप्रैल के आसपास से होगी शुरू
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 26 मार्च
इस बार मौसूम यूं ही अनुकूल रहा तो बंपर गेहूं पैदावार से धरतीपुत्र के भंडार पीले सोने से भरने की संभावनाएं हैं। हालांकि कटाई का काम इस बार बैसाखी के आसपास ही प्रारंभ हो पाएगा। आसमान पर छाए बादलों से किसानों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यदि बूंदाबांदी होती भी है तो गेहूं को नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही होगा। गेहूं की फसल में पकाव की अवस्था चल रही है। इस बार गेहूं की बंपर पैदावार होने की संभावना है लेकिन आगामी कुछ दिनों का समय इस फ सल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यदि इस अवधि में कोई प्राकृतिक आपदा नहीं आई तो गेहूं की फसल किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। दरअसल गेहूं के इस पूरे सीजन के दौरान मौसम पैदावार के लिए काफी अनुकूल रहा जिससे क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली। हालांकि बीच बीच में ओलावृष्टि भी हुई लेकिन उसका कोई विपरीत प्रभाव फसल पर नहीं हुआ। इसी के चलते गेहूं आज भी खेतों में खड़ी पक रही है। इसकी कटाई 10 अप्रैल के आस पास प्रारंभ हो सकती है, फिलहाल तो किसान उसकी रखवाली करने में ही जुटा हुआ है और प्रभु से मौसम की अनुकूलता बनाए रखने के लिए प्रार्थना कर रहा है। गेहूं की सरकारी खरीद परंपरागत रूप से एक अप्रैल से प्रारंभ हो जाती है लेकिन इस बार गेहूं के नहीं पकने की इंतजार की जा रही है। जिला में 288956 एकड़ कृषि योग्य भूमि है जिसमें से करीब 2 लाख एकड़ भूमि पर किसान ने गेहूं बिजाई की हुई है। जिला में सभी फसलों के लिए 38260 किसानों ने स्वयं को मेरा फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर स्वयं को पंजीकृत करवाया हुआ है। क्षेत्र के बड़े किसानों चरणजीत सिंह मोहड़ी, भाकियू शहीद भगत सिंह के संस्थापक सदस्य सुखविंद्र सिंह जलबेड़ा की माने तो अभी तो फसल खेतों में पक रही है। आगामी 10 से 15 दिनों के अंदर गेहूं लगभग पक कर तैयार हो जाएगा, जिसकी कटाई भी शुरू हो जाएगी। इन किसानों ने बताया कि गेहूं की फ सल इस बार अच्छी है। 10 अपै्रल या वैशाखी के आस पास ही मंडियों में आवक प्रारंभ हो पाएगी।
खरीद एजेंसियों के पास पूरी व्यवस्था
किसानों की सुविधा के लिए जिला में 15 मंडियों तथा खरीद केंद्रों पर गेहूं की खरीद की जाती है। इनमें अम्बाला सिटी, अम्बाला छावनी, साहा, बराड़ा, केसरी, सरदेहड़ी, उगाला, तलहेड़ी, नारायणगढ़, शहजादपुर, कड़ासन, बेरखेड़ी, मुलाना, नन्यौला, भड़ी कलां शामिल हैं। गत वर्ष इन सभी पर 22026630 क्विंटल गेहूं खरीद एजेंसियों यानी हैफेड, डीएफएससी और वेयरहाउस ने खरीद की थी। इस बाद करीब 15 प्रतिशत आवक ज्यादा होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अपार तिवारी के अनुसार खरीद के लिए सभी एजेंसियों के पास पर्याप्त मात्रा में बारदाना है और वे 1 अप्रैल से खरीद के लिए एकदम तैयार हैं।
"मौसम अनुकूल होने के कारण अभी गेहूं की फसल पकी नहीं है लेकिन अगले 15 दिन में पककर तैयार होने की उम्मीद है। फिलहाल फसल के बंपर होने की उम्मीद है। यदि आसमान में बादल छाए रहते हैं या कहीं बरसता भी हो जाती है तो वह गेहूं के दाने को और पुष्ट करने का काम ही करेगी लेकिन भारी ओलावृष्टि नुकसान भी पहुंचा सकती है। फिलहाल गेहूं की फसल के लिए सब कुछ ठीक है और आगे भी ठीक रहने की ही संभावनाएं भी हैं।"
-डॉ. जसविंद्र सैनी, उप निदेशक कृषि विभाग अम्बाला।