हर गांव, हर शहर से खोजेंगे प्रतिभाएं, बनाएंगे ओलंपिक चैम्पियन : नायब
मुख्यमंत्री ने कहा कि “मिट्टी से मेडल तक” थीम के साथ आयोजित यह उत्सव केवल खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि संकल्प है, हर गांव, हर शहर और हर मैदान से प्रतिभाओं को खोजने, तराशने और उन्हें विश्व मंच तक पहुंचाने का। उन्होंने विश्वास जताया कि 2028, 2032 और 2036 के ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ी आपमें से ही होंग। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज हरियाणा में 1,489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं, जिनमें 37,225 खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने गर्व से कहा कि पिछले 11 वर्षों में हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों को रुपये 641 करोड़ के नगद पुरस्कार दिए हैं। यह सम्मान सिर्फ रकम नहीं, मेहनत की पहचान है। उन्होंने बताया कि हरियाणा खेल उपकरण प्रावधान योजना के तहत अब तक 15,634 खिलाड़ियों को अत्याधुनिक खेल उपकरण वितरित किए गए हैं।
हरियाणा की मिट्टी ने दिए हैं देश को विश्वस्तरीय खिलाड़ी : पी.टी. ऊषा
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष एवं सांसद पी.टी. ऊषा ने कहा कि हरियाणा की मिट्टी में हौसला, साहस और दृढ़ निश्चय की ऊर्जा है, जिसने देश को बार-बार विश्वस्तरीय खिलाड़ी दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और हरियाणा ओलंपिक संघ के सहयोग से खेलों का जो पुनर्जागरण हो रहा है, वह मिसाल है। खेल मैदानों से लेकर शूटिंग रेंज तक, हर जगह हरियाणा की नीतियों का असर दिख रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री सैनी के नेतृत्व में हरियाणा आने वाले वर्षों में भारत की खेल राजधानी बनेगा।
खेलों की यह दिवाली युवा शक्ति की जीत : कैप्टन जसविंदर मीनू बेनीवाल
हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कैप्टन जसविंदर मीनू बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हरियाणा के युवाओं को खेलों की यह “दिवाली” देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि आज का यह उत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रेरणा से आयोजित हुआ है। आने वाले ओलंपिक में राष्ट्रगान बजवाने वाले खिलाड़ी यहीं से निकलेंगे। बेनीवाल ने बताया कि हरियाणा पहला राज्य है जहां इतने बड़े पैमाने पर स्टेट गेम्स आयोजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की मेरिट आधारित भर्ती नीति और खेल अनुकूल नीतियां खिलाड़ियों को नई ऊर्जा दे रही हैं।
शुभंकर “महाबली चीता” और थीम सॉन्ग ने बढ़ाया जोश
इस साल के खेल उत्सव का शुभंकर “महाबली चीता” लॉन्च किया गया, जो हरियाणा के खिलाड़ियों की तेज रफ्तार, साहस और जीत की भावना का प्रतीक है। साथ ही, थीम सॉन्ग “माटी ते मेडल उपजें छोरे छोरी हरियाणा के” ने पूरे स्टेडियम में जोश और गर्व की लहर दौड़ा दी। इस गीत ने हरियाणा की मिट्टी से जुड़े खिलाड़ियों की मेहनत, पसीने और जुनून को सलाम किया। शुभारंभ समारोह में हरियाणा की गौरवशाली खेल यात्रा पर आधारित एक ऑडियो-विजुअल फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसने दर्शकों को भावुक और गौरवान्वित दोनों किया।
समापन 8 नवंबर को कुरुक्षेत्र में
सात दिनों तक चलने वाले इस खेल उत्सव का समापन 8 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगा।
“मिट्टी से मेडल तक” थीम पर आधारित यह आयोजन हरियाणा के नौ जिलों, चंडीगढ़ और नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है। 24 खेल स्पर्धाओं में 6 हजार से अधिक खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं।
• गुरुग्राम: हॉकी, एथलेटिक्स, हैंडबॉल, टेबल टेनिस
• फरीदाबाद: आर्चरी, वेटलिफ्टिंग, फेसिंग, टेनिस
• सोनीपत: नेटबॉल, कुश्ती, कराटे, जूडो
• कुरुक्षेत्र: योगासन, साइक्लिंग (रोड और ट्रैक)
• पंचकूला: कबड्डी, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन
• झज्जर: ट्रायथलॉन, वॉटरपोलो
• रोहतक: बॉक्सिंग
• करनाल: फुटबॉल
• नई दिल्ली: शूटिंग
• चंडीगढ़: नौकायन (जलक्रीड़ा)
मंच पर जुटे हरियाणा के गौरव
शुभारंभ समारोह में भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह, एशियन कैनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा, विधायक बिमला चौधरी, पवन खरखौदा, रणधीर सिंह पणिहार, पूर्व मंत्री संजय सिंह, एचओए कोषाध्यक्ष मंजीत सिंह और बीजेपी जिला अध्यक्ष सर्वप्रिय त्यागी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। जिला प्रशासन की ओर से डीसी अजय कुमार और नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
