दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 20 दिसंबर
हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) की भर्तियों में कथित धांधली के मुद्दे पर सोमवार को विधानसभा में सीएम मनोहर लाल खट्टर और विपक्ष के नेता
भूपेंद्र सिंह हुड्डा कई बार आमने-सामने हुए।
कांग्रेस के अलावा इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला और निर्दलीय बलराज कुंडू व सोमबीर सिंह सांगवान भी मामले की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग पर अड़े रहे। सीएम ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को सक्षम बताते हुए कहा कि हमें खुद की एजेंसी पर भरोसा है तो अन्य किसी से जांच का औचित्य नहीं। जब तक जांच एजेंसी ही हाथ न खड़े कर दे, तब तक किसी और से जांच करवाने की जरूरत नहीं।
सदन में हुड्डा ने 2 लोगों के बीच हुई व्हाट्सएप चैट पढ़कर सुनाई। उन्होंने एक मोबाइल नंबर भी पढ़ा। ट्रू-कॉलर पर यह नंबर अनिल नागर, एचसीएस (जीएम) के नाम पर शो हो रहा है। हुड्डा ने जो पढ़ा, उसके अनुसार चैटिंग में एचसीएस के अलावा डेंटल सर्जन की भर्ती को लेकर बातचीत हो रही है और इसमें 5 करोड़ रुपये के लेन-देन का भी उल्लेख है।
सीएम ने हुड्डा से व्हाट्सएप चैट की कॉपी सदन में जमा करवाने को कहा तो विपक्ष के नेता ने इससे साफ इनकार कर दिया। हुड्डा ने यूनिवर्सिटी की भर्तियों को भी एचपीएससी और एचएसएससी को सौंपने के फैसले का विरोध किया। पूर्व मंत्री किरण चौधरी के अलावा विपक्ष के 25 विधायकों के ‘काम रोको प्रस्ताव’ पर 3 घंटे से भी अधिक देर तक बहस चली।
अपने जवाब में सीएम ने कहा, ‘हमारी सरकार काबलियत पर भर्ती के अपने नारे पर कायम है। भ्रष्टाचार करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। राज्य चौकसी ब्यूरो ने प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करने वाले गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच जारी है। यदि विपक्ष के पास भी प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी से जुड़ी कोई जानकारी है तो वे ब्यूरो या कोर्ट को दें, तत्काल कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।’
कांग्रेस व विपक्ष के कई सदस्यों ने बीच-बीच में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल तो ईमानदार हैं, लेकिन नीचे वाले कुछ लोग अधिकारियों के साथ मिलकर गड़बड़ कर रहे हैं। इनके खिलाफ जांच करवा कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।
शायराना अंदाज में चले दोनों ओर से तीर
काम रोको प्रस्ताव पर बहस के दौरान जहां सीएम खट्टर ने शायराना अंदाज में जवाब दिया, वहीं हुड्डा ने भी शायरी कर पलटवार किया। खट्टर ने कहा, ‘यहां पर हर कोई रखता है खबर गैरों के गुनाहों की, अजीब फितरत है कोई आईना अपना देखता नहीं।’ इसके जवाब में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘इस हालत में दवा क्या है-दारू क्या है, जब कातिल ही पूछे कि हुआ क्या है।’ इसके बाद खट्टर भी नहीं रुके और बोले, ‘छा जाती है चुप्पी, अगर गुनाह अपने हों, बात दूजे की हो तो शोर बहुत होता है।’