हम समाज को जोड़ने निकले हैं, तोड़ने नहीं : बृजेंद्र सिंह
कांग्रेस नेता की ‘सद्भाव यात्रा’ का दूसरा दिन
हरियाणा की धरती पर सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश लेकर निकली ‘सद्भाव यात्रा’ ने सोमवार को अपने दूसरे दिन लोगों के दिलों में नयी उम्मीद जगाई। यह यात्रा नरवाना हलके के बेलरखा गांव से आरंभ होकर उझाना, नेपेवाला, धनौरी और कोयल गांवों से होती हुई कलायत हलके के कुराड़ गांव पहुंची।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने किसान मसीहा चौधरी सर छोटूराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर यात्रा की शुरुआत की। ग्रामीणों ने फूल बरसाकर, गीत गाकर और नारे लगाकर यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे माहौल उत्सव जैसा बन गया।
बृजेंद्र सिंह ने कहा कि यह यात्रा किसी दल के खिलाफ नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और संवाद को मजबूत करने का प्रयास है। उन्होंने कहा, ‘हरियाणा की पहचान एकता और सद्भाव में है। हमारा लक्ष्य राजनीति से ऊपर उठकर समाज को केंद्र में रखना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि आज समाज को विभाजन नहीं, संवाद की जरूरत है, क्योंकि जनता और नेतृत्व के बीच विश्वास ही लोकतंत्र की असली ताकत है।
उझाना गांव में ग्रामीणों ने बृजेंद्र सिंह को लड्डुओं से तौलकर सम्मानित किया। यह दृश्य जनता के गहरे जुड़ाव और स्नेह की मिसाल बना। महिलाओं ने मंगल गीत गाए, युवाओं ने बाइक रैलियां निकालीं और बच्चों ने फूल बरसाकर यात्रा के प्रति उत्साह प्रकट किया।
इस मौके पर मलखान सिंह, मास्टर रतिराम, ओमप्रकाश, जगदीश उझाना, जयभगवान, बलजीत, जयवीर, बलिंदर, सतीश, अजमेर धतरवाल और बलवान सहित अनेक ग्रामीण यात्रा में शामिल हुए। यात्रा का समापन कुराड़ गांव में हुआ, जहां रात्रि विश्राम रखा गया। ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया और यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। लोगों ने कहा कि लंबे समय बाद हरियाणा में कोई ऐसा अभियान देखा गया है जो राजनीति से ऊपर उठकर सामाजिक सद्भाव की बात करता है।
‘एकता ही हरियाणा की ताकत’
बृजेंद्र सिंह ने कहा कि यह यात्रा केवल प्रतीक नहीं, बल्कि जनता से सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम है। उन्होंने कहा, ‘हरियाणा का भविष्य तभी सुरक्षित रहेगा जब राजनीति के केंद्र में समाज की एकता होगी, न कि विद्वेष।’ गौरतलब है कि सद्भाव यात्रा की शुरुआत नरवाना के दनौदा गांव से हुई थी, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और बृजेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से इसे हरी झंडी दिखाई थी। यह यात्रा पहले चरण में 14 विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ेगी और आने वाले महीनों में पूरे हरियाणा में सामाजिक एकता का प्रतीक बनेगी।