करनाल, 15 जुलाई (हप्र)
करनाल में जलभराव के कारण विपक्ष के निशाने पर आये प्रशासनिक अधिकारियों ने शुक्रवार को शहर का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
उपायुक्त अनीश यादव ने दावा किया कि बरसाती पानी की निकासी को लेकर प्रशासन द्वारा एडवांस में की गई तैयारियों के फलस्वरुप बृहस्पतिवार शाम हुई बारिश के पानी की शहर से एक से डेढ़ घंटे में निकासी हो गई। इस मौके पर उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नालों पर कहीं भी अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए और यदि कहीं है तो उसे तुरंत हटवाएं ताकि बरसाती पानी की निकासी में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। उपायुक्त ने शहर के सेक्टर 12, 14, 6, 4, 5 तथा हेरिटेज के लोन के पास गुजरने वाले नाले व अंसल सिटी की बैक साईड गोपी वाली गामड़ी के नजदीक नगर निगम की सीमा के अंतिम प्वाईंट का निरीक्षण किया।
उपायुक्त अनीश यादव के दौरे के दौरान सेक्टर 6 की पार्षद मेघा भंडारी मौके पर पहुंची और उपायुक्त को जलभराव की समस्या के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर इंद्री के एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा, कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज, एसडीओ सुनील भल्ला मौजूद रहे।
करोड़ों खर्चने के बाद भी नहीं मिली निजात : कांग्रेस
कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने कहा कि करनाल में पानी की निकासी पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी पहली बारिश से करनाल में पानी भर गया। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिख कर करनाल में पानी की निकासी के साथ स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार, नगर निगम में अनियमितताओं को लेकर आरोपों की जांच करवाने की मांग की हैं। उन्होंने बताया कि शहर में पानी के भराव की समस्या जस की तस रहती हैं।