रेवाड़ी, 8 जनवरी (निस)
बीती रात जिला में जमकर बारिश हुई। गांव मसीत में भारी वर्षा के चलते नहरी नाला ओवरफ्लो हो गया, जिससे पानी खेतों में घुस गया और सरसों की फसल नष्ट हो गई। बीती रात से हो रही वर्षा से जहां फसलें जलमग्न हो गईं, वहीं शहर के निचले इलाकों में भारी पानी जमा हो गया। गांव मसीत में खेतों में घुसे पानी से सरसों व गेहूं की फसल जमीन पर बिछ गई। पानी घुसने की सूचना पाकर किसान खेतों की तरफ दौड़े, लेकिन तब तक खेत दो-दो फुट लबालब हो चुके थे। ग्रामीणों का कहना है कि हाल ही में रामपुरी माइनर का पुन: निर्माण कराया गया था। जिसका अंतिम छोर उनका ही गांव है। कम चौड़ाई व निर्माण में की गई लापरवाही से नहर टूटी है। इससे पहले यह नहर चौड़ी थी। भारी वर्षा के चलते व अधिकारियों द्वारा बरसात के बीच नहर में अचानक पानी छोड़ने से यह समस्या हुई है।
रातभर पानी रोकने में लगे रहे ग्रामीण : राजस्थान में भी हुई भारी बरसात का पानी भिवाड़ी के रास्ते धारूहेड़ा में घुस रहा है। रात को जैसे ही धारूहेड़ा के सेक्टर-6 वासियों की इसकी सूचना मिली तो वे बरसात के बीच पानी घर में घुसने से रोकने में जुट गए। इसके बाद भी कई घर जलमग्न हो गए।
तालाब ओवरफ्लो, अंडरब्रिज में भरा पानी
गन्नौर (निस) : बरसात के कारण राजलू गढ़ी में तालाब ओवरफ्लो होने से रेलवे अंडरपास में पानी भर गया। जिससे गांव में आवागमन का रास्ता बंद हो गया। मजबूरी में लोग कई फुट भरे गंदे पानी से निकलकर गांव में पहुंचे। इसके अलावा कुछ वाहन चालकों को सोनीपत से वाया पांची जाटान या गन्नौर से वापस आकर
अपने गांव राजलू गढ़ी या भोगीपुर पहुंचे।
तावड़ू सब्जी मंडी में जलभराव से व्यापार ठप
नूंह/मेवात (निस) : लगातार हो रही बारिश से तावड़ू की नयी अनाज मंडी में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के चलते यहां चल रही सब्जी मंडी का अधिकतर क्षेत्र शनिवार को पानी में डूब गया। इससे मंडी का व्यापार बुरी तरह से प्रभावित रहा। शीत लहर से किसानों पर इसकी अधिक मार पड़ रही थी। किसान लीलू, भूप सिंह, श्याम सिंह, घनश्याम फौजी आदि ने बताया कि यहां जलभराव के कारण वे बेहद परेशान हैं और व्यापार ढंग से नहीं कर पा रहे। इस बारे में मार्किट कमेटी के सचिव कम कार्यकारी अधिकारी मोहन जोवल ने कहा कि बारिश से जलभराव की बात उनके संज्ञान में है। मौसम खुलने पर व्यवस्था पटरी पर ला दी जायेगी।