नवीन पांचाल
गुरुग्राम, 24 फरवरी
नगर निगम सदन की बैठक में पार्षदों ने मेयर व निगम कमिश्नर को निशाने पर लेते हुए खूब हंगामा किया। पार्षदों ने मेयर मधु आजाद पर शहर के विकास को प्रभावित करने, साढ़े 4 साल में एफएंडसीसी का उचित गठन नहीं कर पाने तथा ऑफिस में कभी नहीं आने के आरोप लगाए। कई घंटे चले हंगामे के बावजूद बैठक में बजट पर चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही। पार्षद अनूप सिंह ने आरोप लगाया कि मेयर मधु आजाद न तो निगम परिसर स्थित अपने कार्यालय में बैठती हैं और न ही पार्षदों की कभी बैठक लेती हैं। उन्होंने शहर के विकास कार्यों की अनदेखी करने का आरोप भी मेयर पर जड़ दिया। दोनों की तकरार के चलते माहौल बेहद तनावपूर्ण बन गया। पार्षद धर्मबीर ने सवाल उठाया कि सीएंडडी वेस्ट घोटाले में लंबी-चौड़ी जांच करवाई गई, लेकिन पार्षदों के साथ यह जांच रिपोर्ट साझा क्यों नहीं की गई। उन्होंने मेयर पर हमला बोलते हुए कहा कि कमिश्नर और मेयर ने मिलकर उक्त कंपनी को क्लीनचिट कैसे दे दी। वहीं अश्वनी शर्मा ने सामान्य बैठक में प्री-बजट चर्चा का विरोध करते हुए कहा कि पार्षदों को यदि प्री-बजट बैठक की सूचना दी जाती तो वे तैयारी करके आते, यदि निगम के अधिकारियों को ही मनमानी करनी है तो कर लें, लेकिन बजट पर चर्चा नहीं होगी। सभी पार्षदों ने इसका समर्थन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि बजट पर चर्चा शुरू की तो बैठक का बहिष्कार कर दिया जाएगा।