कुरुक्षेत्र, 26 मई (हप्र)
गांव बारना का एक युवक विक्की पैसे कमाने के लिए विदेश गया था। एजेंट ने पहले 14 लाख रुपए लेकर युवक को जर्मनी भेजना था, लेकिन घर से जाने के एक साल बाद जर्मनी पहुंचने से पहले ही युवक की लाश वापस घर पहुंची। युवक एक साल तक दुबई, सर्बिया व तुर्की में ही घूमता रहा। तुर्की में 11 मई को विक्की की मौत हो गई और 13 मई को परिजनों के पास दूतावास से फोन आया। मौत के 15 दिन के बाद विक्की का शव घर पहुंचा। परिजनों ने शव का स्टेट हाईवे पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के थर्ड गेट के सामने रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जाम लगा दिया। परिजनों की मांग थी कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए व लिए पैसों की रिकवरी करवाई जाए।
गोलगप्पे की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले बारना के जगीर सिंह ने एक एजेंट के माध्यम से अपने बेटे विक्की को जून, 2021 में जर्मनी भेजा था। एजेंट द्वारा परिवार से विक्की को विदेश भेजने के नाम पर पहले ही 14 लाख रुपए लेने का भी आरोप है। एजेंट ने विक्की को यह कहकर दुबई भेज दिया कि वहां से जर्मनी भेजा जाएगा। कई माह तक दुबई में रहने के बाद विक्की को तुर्की भेज दिया। कई माह वहां रहने के बाद अब उसे जर्मनी भेजा जाना था, लेकिन संदिग्ध परिस्थितियों में विक्की की मौत हो गई।
विधायक, एसपी को मौके पर बुलाने पर अड़े परिजन
परिजन शव को लेकर थर्ड गेट पहुंचे तो डीएसपी हैडक्वार्टर सुभाष चंद ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।
कुछ ही देर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कर्ण गोयल, थानेसर एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक व विधायक पुत्र साहिल सुधा मौके पर पहुंच गए। इस दौरान परिजन अड़ गए कि विधायक सुधा व पुलिस अधीक्षक मौके पर आएं और परिजन जीटी रोड को जाम करने के लिए चल दिए।
अधिकारियों के समझाने पर परिजन जीटी रोड जाने से तो रुक गए लेकिन जाम खोलने को राजी नहीं हुए। काफी मशक्कत के बाद विधायक पुत्र साहिल सुधा व अधिकारियों के समझाने पर परिजन राजी हुए और जाम खोला। अधिकारियों ने परिजनों की मांग मानते हुए अतिरिक्त धारा जोड़ने की बात कही।
मरने के दिन भी एजेंट ने 4 हजार यूरो मांगे
विक्की के जीजा रविंद्र ने बताया कि एजेंट ने परिवार के साथ धोखा किया है। 13 मई को एंबेसी से उनके पास फोन आया कि विक्की की मौत हो चुकी है, लेकिन 11 मई तक एजेंट ने 4 हजार यूरो की डिमांड परिवार से की कि जल्दी उसे 4 हजार यूरो दें वरना कुछ भी हो सकता है। परिजनों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने एजेंट को 4 हजार यूरो नहीं दिए तो विक्की के सिर में चोट मारी गई, जिससे विक्की की मौत हो गई।