अनिल शर्मा/निस
रोहतक, 27 नंवबर
कोरोना वैक्सीन की ट्रायल में अब 18 साल के ऊपर के वॉलंटियर को भी शामिल किया जाएगा, जबकि पहले व दूसरे फेज में उम्र की सीमा 55 व 65 रखी गई थी, लेकिन अब उम्र की सीमा तय नहीं है और 18 साल से ऊपर के मरीजों को इस परीक्षण में शामिल किया गया। इसके अलावा शुगर, बीपी, दिल की बीमारी से पीड़ित वॉलंटियर को भी वैक्सीन दी जाएगी।
अब तक दोनों फेज में कोई खास दुष्प्रभाव नहीं मिले। हालांकि सिर्फ पांच फीसदी वॉलंटियर को ही मामूली प्रभाव मिला जबकि अन्य वॉलंटियर के शरीर में तो चार गुणा तक एंटीबॉडी मिले हैं, जिसके चलते दोनों फेज पूरी तरह से कामयाब रहें है।
रिपोर्ट आने के बाद दवाई की ली जाएगी मंजूरी
तीसरे फेज में 176 वॉलंटियर को वैक्सीन दी गई है और 200 वॉलंटियर को वैक्सीन देने के बाद सैंपल रिपोर्ट आने पर सरकार से दवाई की मंजूरी ली जाएगी। पीजीआई में चल रहे कोरोना वैक्सीन को लेकर तीसरे फेज में ट्रायल में तेजी लाई गई और डाक्टरों की विशेष टीम निगरानी रखे हुए है। इसके बाद ही वैक्सीन के बारे में कोई जानकारी मिल पायेगी।
उम्मीद जताई जा रही है कि डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा जो जांच की जा रही है। इसमें सफलता मिलने के बाद सरकार से दवाई बनाने की अनुमति मांगी जाएगी। हालांकि अभी तक डॉक्टरों को काफी हद तक इस रिसर्च में सफलता मिली है।
अब तक वैक्सीन का नहीं हुआ रिएक्शन
तीसरे फेज में भी शामिल हुए वॉलंटियर में अभी तक किसी प्रकार दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है, जोकि की सुखद समाचार है। पहले व दूसरे फेज भी पूरी तरह से ट्रायल कामयाब रहा था, सिर्फ पांच फीसदी वॉलंटियर को ही हल्का बुखार व सिर दर्द की शिकायत मिली थी, लेकिन खास दुष्प्रभाव नहीं मिला था। इसके अलावा कुछ वॉलंटियर में तो चार गुणा तक एंडीबॉडी मिला था।