नूंह में हिंसा बड़े षड्यंत्र का हिस्सा, उपद्रवियों को बख्शेंगे नहीं : मनोहर
चंडीगढ़, 1 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार को अंदेशा है कि नूंह में हुई साम्प्रदायिक हिंसा किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा थी। सरकार इस पूरी घटना की गहराई तक जाएगी। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल यह मानते हैं कि जिस तरह से नूंह में सामाजिक यात्रा को भंग किया गया और आगजनी की घटनाएं हुईं, उससे इसमें बड़ी साजिश नजर आती है। सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले किया गया। इस हिंसा में दो पुलिस जवानों सहित पांच लोगों की जान जाने की पुष्टि भी सरकार ने की है।
नूंह हिंसा को लेकर मंगलवार को सीएम मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में हाई लेवल मीटिंग की। बैठक में गृह मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव संजीव कौशल, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल मौजूद रहे। वहीं डीजीपी पीके अग्रवाल और सीआईडी चीफ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गुरुग्राम से बैठक में जुड़े। ये दोनों ही आला पुलिस अधिकारी घटना के बाद से ही नूंह-गुरुग्राम में मोर्चा संभाले हुए हैं।
सीएम ने प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से नूंह की घटना के बाद वहां और दूसरे इलाकों में उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लिया। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा, 31 जुलाई को नूंह में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। वर्षों से हर वर्ष सामाजिक यात्रा निकलती रही है और 31 जुलाई को भी इस यात्रा का आयोजन किया गया। कुछ लोगों ने न केवल यात्रा पर बल्कि पुलिस पर भी आक्रमण किया। उन्होंने कहा, घटना में नूंह क्षेत्र से बाहर के शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
अब तक 44 एफआईआर दर्ज की गई तथा 70 लोगों को नामजद कर हिरासत में लिया गया है। छानबीन के बाद जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक 5 लोगों की मौत हुई है। इनमें दो पुलिसकर्मी शामिल हैं। सीएम ने कहा कि जिन लोगों का जान-माल का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। सरकार ने इस पूरे घटनाक्रम पर संयम से काम लिया। ज्यों ही 31 जुलाई को दोपहर में घटना की जानकारी मिली, उसी समय डीजीपी, सीआईडी चीफ और एडीजीपी (कानून व्यवस्था) को मौके पर भेजा गया।
केंद्र सरकार से केंद्रीय पुलिस बल की कंपनियों की तैनाती के लिए अनुरोध किया गया। 16 कंपनियां नूंह व आसपास के इलाके में तैनात हैं। 30 कंपनियां हरियाणा पुलिस की भी मौके पर मौजूद हैं। आसपास के जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बलों को बुलाया है।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद व पलवल जिलों में भी कुछ छुट-पुट घटनाएं हुई थी। उन पर भी काबू पाया जा चुका है। सभी जिलों में शांति स्थापित की है। एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लागू किया है और कुछ जिलों में धारा-144 लगाई है। सारी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
शांति बहाली के लिए आगे आएं नागरिक
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि जहां-जहां इस प्रकार की घटनाएं हुई हैं, सब लोग शांति बहाल करने के लिए आगे आएं। प्रशासन ने भी शांति कमेटी की बैठक की है। सीएम ने कहा, मैं आशा करता हूं कि लोग शांति बनाने में सहयोग करेंगे और आगे स्थिति न बिगड़े यह सुनिश्चित करेंगे।
याेजनाबद्ध तरीके से की गई हिंसा : विज
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का मानना है कि नूंह (मेवात) में हुई साम्प्रदायिक हिंसा किसी मास्टर माइंड के रचे हुए प्लान का हिस्सा थी। उनका कहना है कि इस हिंसा को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। सरकार द्वारा अधिकारियों को इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। विज ने मंगलवार को यहां कहा कि जिस तरह पत्थर इकट्ठे कर और गोलियां चलाकर हिंसा की गई, उससे स्पष्ट है कि इसके लिए पहले से पूरी प्लानिंग की हुई थी। हिंसा करने वाले ऐसे लोग हैं, जो देश और प्रदेश में शांति नहीं चाहते। इस तरह की सोच वाले लोगों के मंसूबों को राज्य सरकार किसी सूरत में पूरा नहीं होने देगी। विज ने कहा कि केंद्र से सुरक्षा बलों की 20 कंपनियां मंगवाई हैं। इतना ही नहीं, एयरफोर्स को भी स्टैंड-बाई रखा है ताकि नूंह में अगर किसी के फंसे होने की सूचना मिले तो उसे एयर लिफ्ट किया जा सके। उन्होंने कहा कि अभी तक जितने भी लोग नूंह क्षेत्र से सुरक्षित बाहर निकाले हैं, वे सभी सड़क मार्ग के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए हैं। गृह मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों को भी शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है। उन्होंने दावा किया कि अब नूंह में हालात नियंत्रण में हैं। वहां इंटरनेट सेवा बंद है तथा कर्फ्यू लगा दिया गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में फोर्स लगा दी गई है। पिछल दिन नूंह के साथ लगते जिलों में भी फोर्स भेज दी गई थी और अब हरियाणा के बाकी हिस्सों में भी फोर्स भेजी जा रही है, ताकि किसी जिले में कोई अप्रिय घटना न घटित हो सके।