सोनीपत, 11 जुलाई (निस)
कुंडली बॉर्डर पर जुटे किसानों के कारण आसपास परेशानी पर तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर बंद पड़े राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को एक तरफ से खुलवाने की मांग को लेकर आसपास के ग्रामीणों ने 21 जुलाई को सिंघु बॉर्डर तक मार्च निकालने का ऐलान किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उन्हें रोका तो आंदोलन किया जाएगा।
गांव मनौली में रविवार को आयोजित पंचायत में राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि पंचायत में निर्णय लिया गया कि 21 जुलाई को क्षेत्र के आसपास के लोग हजारों की संख्या में जुटेंगे और सिंघु बॉर्डर पर एक तरफ का रास्ता खुलवाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए वह राई स्थित राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में एकत्रित होंगे और वहां से मार्च निकालते हुए सिंघु बॉर्डर पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति पर फैसला उसी समय किया जाएगा।
उन्होंने पंचायत में कहा कि आसपास के लोग अब बहुत ज्यादा परेशान हो चुके हैं। बार-बार उनकी तरफ से रास्ता खोलने की मांग की जा रही है, लेकिन उसका कोई असर नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि कुंडली बॉर्डर पर रास्ता रोके जाने से जहां लोग परेशान हैं वहीं व्यापार भी ठप होता जा रहा।
मालिक फैक्टरियों को बंद कर रहे हैं, जिनसे हजारों श्रमिकों को रोजगार छीन रहा है। पंचायत में कुंडली धरनास्थल के आसपास बढ़ रही हिंसक व अभद्रता की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई। पंचायत में रामफल सरोहा, ताहर सिंह चौहान, चरण सिंह चौहान, करणी सेना के दीपक चौहान, संजय चौहान, नरेश, मास्टर सतीश, प्रवीण चौहान, प्रेम प्रकाश, मनीष चौहान, कुलदीप, काजल, विकास आदि मौजूद रहे।
प्रशासन ने रोका तो होगा आंदोलन
पंचायत में ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि 21 जुलाई को होने वाले मार्च को अगर प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया तो वह भी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि अब अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मार्च को सफल बनाने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीणों को साथ लिया जाएगा। लोगों को अधिक से अधिक जोड़ने के लिए गांवों में अब कमेटी बनाई जाएगी।