जींद, 17 अप्रैल (हप्र)
जींद उपमंडल के निडाना और ललित खेड़ा गांवों को जुलाना उपमंडल में शामिल करने के विरोध में दोनों गांवों के लोगों का जींद-गोहाना नेशनल हाईवे पर एनएच 152 डी के फ्लाईओवर के नीचे धरना बुधवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। धरने पर बैठे लोगों ने नारेबाजी की और कहा कि जब तक यह फैसला बदला नहीं जाता, धरना और आंदोलन जारी रहेगा।
बुधवार को धरने पर बैठे राममेहर मलिक नंबरदार, अनिल नंबरदार, अजमेर पहलवान, बलवान मलिक, टेकराम, पाला, रामफल ठेकेदार, भरपाई देवी, कविता मलिक पूनम, राजबाला और भरथो ने कहा कि ललित खेड़ा और निडाना गांवों का नजदीकी जुड़ाव जींद से है। इन गांवों के लोगों के लिए जींद आना-जाना बहुत आसान है, जबकि जुलाना आना-जाना बेहद मुश्किल। इसी कारण दोनों गांवों के लोग शुरू से ही जुलाना उपमंडल में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की ओर से निडाना, ललित खेड़ा और भैरोखेड़ा गांवों को जींद उपमंडल से निकाल जुलाना उपमंडल में मिलाए जाने के प्रस्ताव के विरोध में ग्रामीण डीसी से मिले थे और इन गांवों को जींद तहसील में ही जोड़े रखने की मांग की थी। इसके बावजूद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। नंबरदार अनिल मलिक ने कहा कि जींद से ग्रामीणों की पहुंच काफी आसान है। जींद इन गांवों से महज 14 किलोमीटर पड़ता है, जबकि जुलाना पहुंचना मुश्किल है।
जुलाना जाने के लिए गांवों के अंदर से होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। इसके अलावा जुलाना जाने के लिए सीधा और छोटा सड़क मार्ग नहीं है। ऐसे में निडाना गांव को जींद तहसील और उपमंडल के साथ ही जोड़ा जाए।