हिसार, 15 अप्रैल (हप्र)
तलवंडी राणा व आसपास के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता द्वारा तलवंडी राणा को लेकर दिए गए बयान को लेकर एक बैठक की। तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओपी कोहली ने बताया कि ग्रामीणों में रोड को लेकर दिए गए बयान के प्रति गहरा रोष है और धरने पर सभी ने इसका कड़ा विरोध जताया। कोहली ने बताया कि सोमवार को मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने उनकी मांग पर कहा कि वे रोड तो ग्रामीणों को बनाकर दे चुके हैं और लोकतंत्र में सभी को धरने पर बैठने का अधिकार है और पहले से जो मांग चली आ रही है उसमें अपनी मांग जोड़ने का अधिकार भी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण शुरू से ही 5.2 किमी का स्थायी रोड दिए जाने की मांग कर रहे हैं। कोहली ने बताया कि मंत्री डॉ. कमल गुप्ता के इस बयान से ग्रामीण काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि डॉ. कमल गुप्ता तुरंत अपने कहे हुए शब्द वापिस लें नहीं तो ग्रामीण उनके जोरदार विरोध की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले जब डॉ. कमल गुप्ता धरने के पास से गुजर रहे थे तो ग्रामीणों ने उनके सामने 3 कि.मी. का रोड दिए जाने की मांग रखी थी। उस समय उन्होंने स्पष्ट कहा था कि ग्रामीणों की मांग जायज है और मैं भी इस पक्ष में हूं कि ग्रामीणों को पूरा स्थायी रोड दिया जाना चाहिए, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी ग्रामीणों के पास सबूत के तौर पर मौजूद है। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें इस बात से भी नाराजगी है कि जब मंत्री ने यह बयान दिया तब उनके साथ हिसार लोकसभा सीट से उम्मीदवार रणजीत सिंह व बरवाला से विधायक का चुनाव लड़ चुके सुरेंद्र पुनिया भी थे। उन्होंने भी इस बात पर अपना पक्ष नहीं रखा जबकि रणजीत सिंह कुछ दिन पूर्व ही धरने पर आकर यह कह चुके हैं कि आचार संहिता हटते ही रोड का काम करवा देंगे।