रेवाड़ी, 6 मई (हप्र)
जिले के खंड जाटूसाना के गांव नांगलिया रणमोख में सोमवार को पूरे गांव की पंचायत बुलाकर सर्वसम्मति से लोकसभा चुनावों में मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है। पंचायत की अध्यक्षता सरपंच सुधीर यादव ने की। ग्रामीणों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि पिछले डेढ़ दशक से रेलवे अंडरपास नहीं बनने से उन्हें 6 किलोमीटर घूमकर खेतों में जाना पड़ता है। यह गांव वैसे तो जिला रेवाड़ी में शामिल है, लेकिन रोहतक लोकसभा क्षेत्र में आता है। गांव नांगलिया रणमोख के सरपंच सुधीर यादव ने कहा कि डेढ़ दशक पूर्व वर्ष 2010 में गांव की पंचायती भूमि से होती हुई रेवाड़ी-रोहतक रेलवे लाइन डाली गई थी। उस समय रेल विभाग ने पंचायत के रास्ता नंबर-60 पर कोई अंडरपास नहीं दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि 400 मीटर दूर खेतों में जाने के लिए 6 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है। जिसके कारण आवागमन ठप हो गया है और एक खेत से दूसरे खेत में सिंचाई का पानी भी नहीं भेज पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गांव का यह रोड राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-352 से जुड़ता है। रेलवे लाइन बिछाई जाने के बाद अब राष्ट्रीय राजमार्ग से गांव के लोगों का संपर्क टूट गया है। इसके लिए अंडरपास बनाने जाने की मांग डेढ़ दशक से की जा रही है। कांग्रेस की सरकार आई और अब भाजपा की सरकार जारी है, दोनों ही सरकारों में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। वे अंडरपास निर्माण के लिए वर्षों से विभाग व मंत्रियों के पास चक्कर काट रहे हैं। परेशान ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन को नींद से जगाने के लिए सोमवार को मुनादी कराकर पूरे गांव की पंचायत बुलाई। जिसमें फैसला लिया गया कि जब तक रेलवे विभाग व सरकार द्वारा अंडरपास बनाए जाने का ठोस व लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक वे मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे। आज की पंचायत में सर्वसम्मति से मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया गया है।