चंडीगढ़, 17 मार्च (ट्रिन्यू)
पूर्व डिप्टी पीएम चौ़ देवीलाल द्वारा शुरू की गई ‘मैचिंग ग्रांट’ योजना को अब राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार नये सिरे से शुरू करेगी। इसके लिए सरकार पॉलिसी बना रही है। जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा। मैचिंग ग्रांट देवीलाल ने 1979 में शुरू की थी। इसके बाद चौटाला सरकार ने भी इसे जारी रखा था, लेकिन भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के बाद से यह योजना बंद है।
गन्नौर से भाजपा विधायक निर्मल रानी ने गांवों में चौपाल की जगह सामुदायिक केंद्र (कम्युनिटी सेंटर) बनाने की मांग की थी। उन्होंने दलील दी कि अब चौपालों की धारणा काफी पुरानी हो गई है। ऐसे में गांवों में कम्युनिटी सेंटर बनाए जाने चाहिए, जिससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। विकास एवं पंचायत मंत्रालय दुष्यंत के पास ही है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को अधिकार दिए गए हैं। वे चौपालों की जगह कम्युनिटी सेंटर बना सकती हैं।
बादशाहपुर ग्राम पंचायत द्वारा अपने फंड से बनाए गए कम्युनिटी सेंटर का उदाहरण देते हुए दुष्यंत ने कहा कि यह सेंटर फाइव स्टार मैरिज प्लेस से भी बढ़िया बनाया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतों के पास फंड उपलब्ध है। उनके पास आय के साधन भी हैं।
सामाजिक संस्थाएं करती हैं पैसा इकट्ठा
डिप्टी सीएम ने कहा कि देवीलाल द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत बड़ी संख्या में विकास कार्य हुए। मैचिंग ग्रांट योजना शुरू होने के बाद पंचायतों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। यहां बता दें कि मैचिंग ग्रांट में पंचायत द्वारा खुद के और सामाजिक संस्थाओं व अन्य लोगों से फंड इकट्ठा करके एक राशि जुटाई जाती है। इसके बाद सरकार उतनी ही या उससे अधिक राशि देती है, जिससे विकास परियोजनाओं को पूरा किया जा सके।