पिहोवा, 11 अक्तूबर (निस)
सरस्वती राम नाटक क्लब की ओर से रामलीला में गत रात्रि राम वनवास के दृश्य प्रस्तुत किए गए। शुभारंभ पालिका के पूर्व प्रधान अशोक सिंगला, पूर्व प्रधान शीला सिंगला, वीरभान नंबरदार, एक ओंकार सभा, अग्रवाल वैश्य सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास गर्ग ने दीप जला कर किया। राजा दशरथ द्वारा श्रीराम के राजतिलक की घोषणा करते ही मंथरा ने कैकई को भड़काया और अपने दोनों वर मांगने को उकसाया।
कैकई तुरंत कोप भवन में चली गई। कैकई बने विजेंद्र धीमान, मंथरा बने आशु गुप्ता व दशरथ बने करण अत्री ने दर्शकों पर अपनी कला से गहरी छाप छोड़ी। कैकई द्वारा अपने दो वर मांगने के बाद राम को वनवास व भरत को राज का वचन देने से महाराज दशरथ मूर्छित होकर गिर पड़े।
कौशल्या की भूमिका में राघव गुप्ता ने बेहतरीन अभिनय किया। राम की भूमिका में उदय कौशिक, सीता बने पिनाक कौशिक व लक्ष्मण बने मयंक पौलस्त्य ने भी अपने रोल को बखूबी निभाया।
इस मौके पर प्रधान आशीष चक्रपाणि, गोपाल कौशिक, राम सिंह, दिनेश तिवारी, चंद्रभान शास्त्री व अन्य समाजसेवी व्यक्ित मौजूद रहे।
रावण ने साधु के वेष में किया सीता का हरण
नरवाना (अस) : हूडा मैदान में श्री रामा भारतीय कला केंद्र के मंच पर चल रही रामलीला में छठे दिन सीता हरण के दृश्य का रोमांचकारी मंचन किया गया। रविवार रात रामलीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि उपमंडल अधिकारी सुरेन्द्र सिंह बैनिवाल, विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त सोनीपत अशोक बंसल, सिटी मजिस्ट्रेट सोनीपत दर्शन यादव, सिटी मजिस्ट्रेट जींद जितेन्द्र जोशी, मार्केटिंग बोर्ड के एक्सईएन देवेंद्र जांगड़ा व समाजसेवी सुदेश चोपड़ा ने रिबन काटकर व दीप जलाकर किया। रामलीला कमेटी प्रधान भारत भूषण गर्ग व कार्यकारिणी ने अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मंचित किए गए प्रसंगों मे सीता-लक्ष्मण संवाद, राम द्वारा मारीच का वध, रावण द्वारा सीता का हरण व जटायु वध प्रमुख रहे।