Video पानीपत नगर निगम चुनाव : लाइनों में लगे मतदाता, कई बूथों पर देरी से शुरू हुआ मतदान
बिजेंद्र सिंह/हमारे प्रतिनिधि
पानीपत, 9 मार्च
Vote For Change पानीपत नगर निगम चुनाव में लोकतंत्र की शक्ति और मतदाताओं का उत्साह स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ और यह शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। कुल 4.11 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, जिनमें 2.18 लाख पुरुष, 1.92 लाख महिलाएं और 15 ट्रांसजेंडर हैं। हालांकि, कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम की तकनीकी समस्याओं के कारण मतदान में थोड़ी देरी हुई, लेकिन चुनाव आयोग और प्रशासन ने तत्परता से इन्हें ठीक किया और प्रक्रिया को सुचारू रूप से जारी रखा।
नगर निगम चुनाव के पहले चरण में ही कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी देखी गई। वार्ड-4 के बूथ नंबर 45, वार्ड-14 के बूथ नंबर 183, वार्ड-256, और वार्ड-242 पर मशीनों में खराबी आई, जिससे मतदान में थोड़ी देरी हुई। इसके अलावा, गांव सौंदपापुर के दो बूथों पर भी ईवीएम में समस्या उत्पन्न हुई। लेकिन चुनाव आयोग और अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन मशीनों को बदल दिया, और मतदान प्रक्रिया को फिर से शुरू किया।
बेहतर चुनावी सुविधाएं, कड़ी निगरानी और सुरक्षा
नगर निगम चुनाव के लिए 119 स्थानों पर 365 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें 40 सेंसिटिव और 14 हाइपर सेंसिटिव बूथ हैं। इन सभी बूथों पर आधुनिक सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, और शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं ताकि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। प्रशासन ने मतदान प्रक्रिया को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सुरक्षित रखने के लिए कड़ी निगरानी रखी है।
चुनावी मुकाबला : मेयर पद की दौड़ में कौन होगा विजयी?
पानीपत नगर निगम चुनाव में मेयर पद के लिए चार प्रमुख उम्मीदवार हैं— भाजपा की कोमल सैनी, कांग्रेस की सविता गर्ग, आम आदमी पार्टी के प्रीतपाल खेडा, और एक निर्दलीय उम्मीदवार। इसके अलावा, पार्षद पद के लिए कुल 103 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन चुनावों में मतदाताओं का रुझान जीतने के लिए सभी उम्मीदवार कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
मतदान केंद्रों पर लगी लाइनें
सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, जो लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखा रहे हैं। वार्ड 19 के बूथ नंबर 253 पर 75 वर्षीय सरोज देवी और उनके पोते ने मतदान किया और कहा, "हमारा हक और जिम्मेदारी दोनों है, वोट डालना जरूरी था।"
पहली बार वोट डालने वाली 19 वर्षीय आयुष ने कहा कि आज मैंने अपने शहर के भविष्य के लिए पहला कदम बढ़ाया है। यह एक गर्व की बात है।
हालांकि कुछ बूथों पर ईवीएम की तकनीकी खामियों के कारण शुरुआती समय में परेशानी हुई, लेकिन मतदाताओं का जोश और उत्साह इस बाधा को पार कर गया। चुनावी प्रक्रिया अब बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ रही है, और लोकतंत्र की यह जीत साबित करती है कि मतदाता हमेशा अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार रहते हैं।