गुरुग्राम, 9 जून (निस)
नूंह नगर परिषद चुनाव की कमान दिग्विजय चौटाला संभालेंगे। इसके अलावा वार्ड वाइज भी कार्यकर्ताओं को तैनात करने का फैसला किया है। यह जानकारी देते हुए जजपा के राष्ट्रीय प्रचार सचिव व नूंह प्रभारी दलबीर धनखड़ ने बताया कि आगामी कार्यक्रम की तैयारी, चुनावी जीत तथा मजबूती से चुनाव लड़ने व पदाधिकारियों में जिम्मेदारी बांटने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक जजपा कार्यालय नूंह पर आयोजित की गई है। इसमें मेवात के मुख्य नेता राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बदरुद्दीन, जिलाध्यक्ष इकबाल जैलदार, पूर्व प्रत्याशी तैयब हुसैन घासेडिया, वरिष्ठ नेता अमन अहमद,जजपा प्रवक्ता एडवोकेट राहुल जैन, युवा प्रदेश उपाध्यक्ष नासिर हुसैन व हलका प्रधान नूंह आस मोहम्मद ने भी शिरकत की।
जजपा प्रवक्ता एडवोकेट राहुल जैन ने बताया कि जल्द ही जजपा-
भाजपा नेताओं व पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक की जाएगी। आज जजपा की बैठक में नेताओं व पदाधिकारियों को चुनावी जिम्मेदारियां बांटी गई। बैठक में वरिष्ठ नेता गणेश दास अरोड़ा, युवा महासचिव लुकमान खान, किसान सैल जिलाध्यक्ष अब्दुल हमीद, पूर्व जिला अल्पसंख्यक प्रधान सिराजुद्दीन शिराज, हारून खान, हलका प्रधान दाऊद, पूर्व हलका प्रधान समसुद्दीन गूमल, जिला उपाध्यक्ष न्याजू वीरशिका, जिला सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मुनफैद खान, आशिक इलाही, मुव्वसिर ठेकेदार, कल्लू सालाहेड़ी सहित जिला नूंह के सभी वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी व सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
जाकिर हुसैन-आफताब अहमद फिर आमने-सामने
नूंह का चुनाव अब रोचक हो गया है। नूंह में कांग्रेस ने पूर्व प्रधान के पति विष्णु सिंगला को अपना समर्थन दिया है। वैसे भी वह कांग्रेसी है। यहां के कांग्रेसी विधायक और हरियाणा विधानसभा में पार्टी के उपनेता चौधरी आफताब अहमद पहले ही सिंगला का समर्थन कर चुके हैं और उन्हें जिताने के लिए अपने कार्यकर्ताओं की टीम सौंप चुके हैं। आफताब अहमद अभी राज्यसभा चुनाव के चलते पार्टी के विधायकों के साथ रायपुर में थे और अब चंडीगढ़ की तरफ आ रहे हैं। उन्होंने वहां से लौटते ही अपने कार्यकर्ताओं की व्यापक स्तर पर तैयारियां करने के लिए निर्देश दे दिए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता चौधरी जाकिर हुसैन अभी तक बाहर हैं और वह पार्टी के संगठन के काम के लिए उत्तर प्रदेश में व्यस्त हैं। यहां पर विधानसभा चुनाव की तरह चौधरी जाकिर हुसैन और आफताब अहमद के बीच सीधा मुकाबला होता जा रहा है। भाजपा के बागी उम्मीदवार कमल गोयल को भी हल्के में नहीं लिया जा सकता। वह भी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में हैं।