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US Deportation : समालखा के युवकों ने बताया डंकी रूट का पूरा सच, नहीं मिला भरपेट खाना; यातनाएं भी दीं

युवकों ने थाना प्रभारी के सामने आपबीती बताई और करवाई की मांग उठाई
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समालखा थाना में परिजनों के साथ खड़े दोनों युवक
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विनोद लाहोट/निस

समालखा, 17 फरवरी

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अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए भारतीयों में समालखा के वार्ड नंबर-7 कालीरमना मोहल्ला के दो युवक सौरभ व राजा उर्फ मौसम भी शामिल है, जो डालर कमाने के लालच मे एजेंट को 40-40 लाख रुपए देकर डंकी रूट से गए थे। 18 देशों का सफर करते हुए हाल ही में एक फरवरी को तेजवाना बार्डर क्रास करके अभी कुछ किलोमीटर ही चले थे कि अमेरिकन पुलिस के हत्थे चढ़ गए। फिर क्या उनके धन कमाने के सपने धरे रह गए।

सोमवार को पुलिस सरंक्षण में दोनों को समालखा थाना लाया गया जहां थाना प्रभारी पूछताछ की इस दौरान उनके परिजन भी मौजूद रहे। युवकों ने थाना प्रभारी के सामने आपबीती बताई और करवाई की मांग की। वार्ड-7 के कालीरामना मोहल्ला निवासी 22 वर्षीय सौरभ ओर 23 वर्षीय राजा ने बताया कि एजेंटों द्वारा अमेरिका भेजने के लिए उन्हें प्रभोलन दिया गया। उन्हें कहा गया कि अच्छी नौकरी मिलेगी और एक घंटे के साढ़े 9 डालर मिलेंगे। एजेंट से 43-43 लाख में अमेरिका भेजने का सौदा हुआ।

परिजनों ने जमीन बेचकर व रिश्तेदारों से पैसे एकत्रित कर उन्हें अमेरिका भेजा। एजेंटों द्वारा 23 जुलाई, 2024 को डंकी के रास्ते अमेरिका जाने के लिए सौरभ व राजा को दिल्ली फ्लाइट से दुबई भेजा गया। एक महीना दुबई रुकने के बाद अफ्रीका से गिनी, मोरक्को, नीदरलैंड ,सूरीनाम, गुयाना और ब्राजील तक प्लेन से सफर किया। उसके बाद टैक्सी के रास्ते पेरू, इक्वाडोर से कोलंबिया में करीब ढाई महीने रुकने के बाद 3 दिन पैदल पनामा के जंगलों से होते हुए कोस्टारिका से निकार्गो से होनडूरस, गोटेवाला से होते हुए मेक्सिको पहुंचे।

यहां से 12 घंटे में नाव में सवार किया और एक फरवरी को अमेरिका बार्डर पर दीवार कूदकर पैदल चलते हुए 3 बड़ी पहाड़ियों के रास्ते तेजवाना बॉर्डर क्रॉस किया। अमेरिका में करीब 15 किलोमीटर पैदल चलने पर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और 15 दिन कैंप में रखा। सौरभ ने बताया कि रास्ते में उन्हें भरपेट खाना भी नही दिया। भूखा प्यासा रखने, मारपीट करने व पिस्टल के बल पर यातनाएं देने के अलावा बीच-बीच में पैसों की मांग भी की गई। यहां तक की कैंप में अमेरिकन पुलिस द्वारा भी यातनाएं दी गई।

डोंकी के रास्ते से उनके मोबाइल फोन तक छीन लिए और कुछ दिनों तक परिजनों से बातचीत नहीं हो पाई। रात करीब 10:30 बजे जंजीरों में जकड़कर अमेरिकन एयर फोर्स का विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर लेकर आया। यहां से दोनों को हरियाणा पुलिस की एसटीएफ, गुप्तचर विभाग व अन्य पुलिस अंबाला लेकर आई जहां से पानीपत आज समालखा थाना लाया।

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