US Deportation : अमेरिका से निर्वासित व्यक्ति ने सुनाई आपबीती, कहा- झूठ निकला सब, एजेंट ने हमें धोखा दिया
कुरुक्षेत्र/होशियारपुर, 7 फरवरी (भाषा)
अमेरिका से वापस भेजे गए ‘अवैध' भारतीय प्रवासियों में से एक रॉबिन हांडा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, ‘‘मुझे आश्वासन दिया गया था कि मैं एक महीने के भीतर अमेरिका पहुंच जाऊंगा, लेकिन यह झूठ निकला।''
हरियाणा के रहने वाले रॉबिन हांडा के परिवार ने उन्हें विदेश में एक बेहतर जीवन जीने की उम्मीद के साथ एक ट्रैवल एजेंट को 43 लाख रुपए का भुगतान किया था। कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद के रहने वाले कंप्यूटर इंजीनियर हांडा ने अमेरिका पहुंचने के लिए कई देशों की यात्रा की और कई समुद्र भी पार किए, यहां तक कि वह कई दिनों तक भूखे भी रहे, लेकिन जब वह आखिरकार अमेरिकी सीमा पर पहुंचे तो इसके गश्ती दल ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अमेरिका का एक सैन्य विमान अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार को अमृतसर पहुंचा था, जिसमें हरियाणा के 33 और पंजाब के 30 लोग शामिल हैं। अमेरिका से वापस आए कई लोगों ने उनके साथ धोखाधड़ी करने वाले कई एजेंट की कहानियां साझा कीं। भारत वापस आए हरियाणा के 33 लोगों में से 14 कुरुक्षेत्र के हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन 14 लोगों में से कई मीडिया की नजरों से बचने के लिए अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं। पुलिस ने कहा कि ‘डंकी रूट' के माध्यम से युवाओं को अमेरिका भेजने वाले एजेंट के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ‘डंकी रूट' का मतलब है कि जब प्रवासी अमेरिका में प्रवेश करने के लिए एक अवैध और जोखिम भरा रास्ता चुनते हैं।
कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि पुलिस ने एजेंट के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए भारत आए 14 युवकों में से 10 और उनके परिवारों से संपर्क किया। पुलिस ने जिन परिवारों से बात की, उनमें से किसी ने भी किसी एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। परिजनों ने कहा कि वे इस बारे में विचार करेंगे। शिकायत मिलने के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा।