प्लाईवुड फैक्टरियों में धड़ल्ले से सप्लाई हो रहा यूरिया
सुरेंद्र मेहता/ हप्र
यमुनानगर, 6 जुलाई
हरियाणा में एक तरफ जहां यूरिया खाद की कमी है तो वहीं दूसरी तरफ अवैध रूप से प्लाईवुड फैक्टरियों में यूरिया धड़ल्ले से सप्लाई हो रहा है। यमुनानगर में कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब फैक्टरी में यूरिया से ले जा रहा भरा ट्रक पकड़ा गया। ऐसे कई मामलों में मुकदमे दर्ज हुए हैं, लेकिन उसके बावजूद मामले सामने आते रहते हैं। इसी बीच हरियाणा में धान की बिजाई और गन्ने के लिए खाद की सख्त जरूरत है, लेकिन चारों तरफ खाद की कमी के कारण किसान परेशान है। सवाल है कि यूरिया आता है तो किस की मिलीभगत से फैक्टरियों में पहुंचता है। अभी तक पूरे गिरोह का पर्दाफाश नहीं हुआ। सिर्फ ट्रक चालक को पकड़ लिया जाता है और उसके खिलाफ ही मामला दर्ज होता है, उसके बाद फाइल बंद कर दी जाती है। ऐसे में हरियाणा में फसल की बिजाई व धान की रोपाई के लिए डीएपी खाद का भारी अभाव है और रोपाई के बाद खड़ी फसल में नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए यूरिया खाद का अभाव किसान की कमर तोड़ने का काम कर रहा है।
हरियाणा के किसान नेता सतपाल कौशिक ने कहा कि चुनाव से पूर्व पार्टियां किसानों को बड़े-बडे वादे करके वोट तो ले लेती हैं, लेकिन आज तक हरियाणा में किसान को न तो धान की रोपाई और गन्ने की बिजाई के लिये समय पर डीएपी खाद मिली और न ही धान की रोपाई के लिये यूरिया खाद मिल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री किसानपुत्र होने का दावा करते हैं, लेकिन क्या उनको पता नहीं कि गन्ने की बिजाई व धान की रोपाई में डीएपी अच्छी पैदावार के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष किसानों को गेहूं कटाई के बाद हरी खाद के रूप में प्रयोग होने वाले ढैंचा बीज भी नहीं दिया गया। कौशिक ने कहा कि सत्ता में बैठी सरकार किसान को समय पर खाद, बीज देने में नाकाम हो रही है, ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।