यूनिवर्सिटी के कांट्रेक्ट शिक्षकों को भी मिलेगी जॉब सिक्योरिटी
हरियाणा यूनिवर्सिटी कांट्रेक्ट टीचर्स एसोसिएशन (हकूटा) ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात कर मांग रखी कि सरकारी विश्वविद्यालयों में वर्षों से कार्यरत लगभग 1400 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों की सेवा-सुरक्षा का कानून आगामी शीतकालीन सत्र में पारित किया जाए।
एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ़ विजय मलिक और डॉ़ कर्मवती यादव ने संयुक्त बयान में कहा कि सेवा-सुरक्षा कानून का मसला पिछले साल शीतकालीन सत्र से लंबित है। मुख्यमंत्री ने तब जॉब सिक्योरिटी का वादा किया था, लेकिन अभी तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। यह मामला शिक्षा विभाग की फाइल संख्या 18/197-2023 यूएनपी (1) से संबंधित है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जा चुकी है। साथ ही, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों से कुलसचिवों द्वारा मांगी गई जानकारी भी विभाग को भेज दी गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि विश्वविद्यालयों से संबंधित सभी जानकारियां शिक्षा विभाग ने प्राप्त कर ली हैं और अब जल्द ही अनुबंधित शिक्षकों को सेवा-सुरक्षा प्रदान कर रोजगार की गारंटी दी जाएगी।
‘कॉलेज लेक्चरर्स की तरह सुरक्षा जरूरी’ : संघ ने मांग की कि विश्वविद्यालयों के अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को भी कॉलेजों के एक्सटेंशन लेक्चरर्स की भांति सेवा-सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि वे बिना किसी भय के विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में पूरी निष्ठा से योगदान दे सकें। इस अवसर पर एमडीयू रोहतक से पुलकित, डॉ़ रवीश, डॉ़ विश्वास मलिक, बीपीएस महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां से डॉ़ विजय मलिक, डॉ़ अमित, संदीप और आईजीयू रेवाड़ी से डॉ़ कर्मवती सहित कई अनुबंधित शिक्षक उपस्थित रहे।