चंडीगढ़, 28 मई (ट्रिन्यू)
राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सेना, रेलवे जैसे बड़े विभागों में भर्ती शुरू करने के बजाय पदों को खत्म करने और रेगुलर पदों को अनुबंध में बदलने के नये-नये नियम बनाए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, जबकि सूचनाएं हैं कि अकेले रेलवे में ही खाली पड़े 91 हजार से ज्यादा पद हमेशा के लिए खत्म कर दिए गए।
जारी बयान में दीपेंद्र ने कहा कि आदेश लागू होने के बाद गैर-संरक्षा श्रेणी के कुल 4,52,825 पदों में से करीब सवा दो लाख स्वीकृत पद समाप्त हो जायेंगे। इसी प्रकार, पैसा बचाने के नाम पर देश की सुरक्षा को ताक पर रख दिया है। नये नियमों के तहत सैनिकों को 3 साल, 5 साल की सेवा के बाद सरकार निकालने की तैयारी कर रही है।
अगर इसी लाइन पर सरकार आगे बढ़ती रही तो पैसा तो बच जाएगा मगर देश कैसे बचेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते बढ़ती बेरोजगारी से युवा हताश और निराश हो चुके हैं। सरकार बेरोजगारी कम करने की बजाय बढ़ाने पर उतारू हो गई है।
दीपेन्द्र ने कहा कि ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों को प्रशिक्षण सहित तीन साल की सेवा के बाद रिटायर कर दिया जाएगा। कुछ को पांच साल की संविदा सेवा के बाद निकाला जाएगा।