अम्बाला शहर, 13 जून (हप्र)
गर्मी का मौसम शुरू होते ही बिजली के अघोषित कटों के कारण अम्बाला की जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कब चली जाए और फिर कब आएगी इसकी आमतौर पर नागरिकों को कोई जानकारी नहीं मिलती। लोगों का कहना है कि जब लाइट आती है तो वोल्टेज बहुत कम आती है जिससे बिजली उपकरण भी खराब होने का खतरा बना रहता है। बिजली विभाग से जब सम्पर्क किया जाता है तो लाइट कब आएगी तो कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।
वहीं ग्रामीण इलाकों में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है। 2 दिन पहले आए तूफान के कारण बिजली ना होने से पीने के पानी की भी समस्या गम्भीर होती जा रही है, लाइट ना आने से किसानों को आगामी धान की पनीरी लगाने में दिक्कत आ सकती है। जानकारी के अनुसार बार -बार तेज आंधियां चलने के कारण अम्बाला शहर विधानसभा क्षेत्र में ही असंख्य पेड़ बिजली की तारों पर गिरे जिससे कई किलोमीटर तारों के अलावा करीब 400 बिजली पोल भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इन्हीं कारण अम्बाला हिसार रोड को नए बाइपास से पहले यातायात के लिए बंद तक रखना पड़ा। कई बार तो बिजली संप्रेषण व्यवस्था को रिपेयर करते वक्त दो विभागों में तालमेल की कमी भी देखी गई है। दिन हो या रात बिना बताए बिजली कटों ने आम लोगों का जीवन प्रभावित करके रख दिया है।
ग्रामीणों इलाको में बिजली सप्लाई बहुत ज्यादा प्रभावित
दरअसल पछले 15 दिनों में आए 2 बड़े तूफानों ने बिजली सप्लाई तंत्र को हिला कर रख दिया है। मौसम खराब होते ही विभाग बड़े नुकसान से बचने के लिए कई क्षेत्रों में ब्लैक आउट तक कर देता है। शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीणों इलाको में भी बिजली सप्लाई बहुत ज्यादा प्रभावित हो रही है। इसके चलते ग्रामीणों को भारी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। बहुत से ग्रामीणों का कहना है कि एक बार आंधी आने से 2-3 दिन बिजली सप्लाई बाधित रहती है जिसके चलते पीने के पानी की भी समस्या आ रही है।