झज्जर, 14 जुलाई (हप्र)
झज्जर शहर की बदहाल व्यवस्था को लेकर सामाजिक संगठनों द्वारा शासन और प्रशासन को दिया गया अल्टीमेटम रविवार को समाप्त होने जा रहा है। लेकिन इस निर्धारित अवधि मेें प्रशासन की तरफ से बदहाल शहर की सूरत को सुधारने के लिए ऐसी कोई भी कोशिश होती नहीं दिखी है, जिससे पता चले कि अब शहर के हालात सुधरने वाले हैं। शनिवार को झज्जर जिले की वर्षगांठ भी है। शुक्रवार को एक बार फिर झज्जर जिला मुख्यालय पर जागो झज्जर अभियान के तहत सामाजिक संगठनों की बैठक हुई।
इसमें व्यापार मंडल, झज्जर बार एसोसिएशन, विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दलों के लोगों के अलावा शहर के कई पूर्व पार्षदों ने भी भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता युवा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजकुमार कटारिया ने की। इस मौके पर प्रदर्शन के दौरान जागो झज्जर अभियान के तहत प्रदर्शन में बजने वाला गाना भी लाॅन्च किया गया। बैठक के दौरान मीडिया से मुखातिब हुए राजकुमार कटारिया ने कहा कि झज्जर शहर की मौजूदा बदहाल स्थिति को लेकर जागो झज्जर अभियान के तहत शासन और प्रशासन को एक पखवाड़े से भी ज्यादा का समय दिया गया था। लेकिन प्रशासन के कानों पर इस अल्टीमेटम की जूं तक नहीं रेंगी। बैठक मेें झज्जर बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट अजीत सिंह सोलंकी, व्यापार मंडल से जुड़े राकेश अरोड़ा, ताराचंद भुटानी, राव उदयभान एडवोकेट, बिजेन्द्र रंगा, आम आदमी पार्टी के उदयभान पूनिया, महाबीर सिंह, पूर्व पार्षद भारत भूषण वर्मा, मुकेश नागपाल भी मौजूद रहे।