करनाल, 26 जुलाई (हप्र)
प्रदेशभर से आए कंप्यूटर लैब सहायकों ने मंगलवार को करनाल में सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। दोपहर बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच करीब दो घंटे तक चली रस्साकशी के बाद प्रशासन की मध्यस्थता से सरकार ने उन्हें कल चंडीगढ़ आकर बातचीत का न्योता दिया।
कंप्यूटर लैब अटेंडेट वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेशभर के कंप्यूटर लैब अटेंडेंट आज करनाल के कर्ण पार्क में इकट्ठा हुए। इनका नेतृत्व राज्य प्रधान सुरेंद्र प्योंत और प्रदेश महासचिव सुनील राणा ने किया। सैंकड़ों की संख्या में कंप्यूटर लैब सहायक अपनी लंबित मांगों को लेकर दोपहर दो बजे मुख्यमंत्री निवास की ओर निकले, लेकिन करनाल प्रशासन ने उन्हें अंबेडकर चोंक पर रोक लिया और लगभग दो घंटे करनाल पुलिस प्रशासन और कंप्यूटर लैब सहायकों में रस्साकशी चलती रही। इस दौरान प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठे रहे। उन्होंने ऐलान किया कि अगर उनकी मांगों पर विचार होने तक वह करनाल में ही पड़ाव डालकर बैठे रहेंगे। इस मौके पर राज्यप्रधान सुरेंद्र प्योंत, राज्य उपप्रधान अजैब रानू, महिला अध्यक्ष सुषमा मलिक, प्रदीप खांडा, सुखबीर करोड़ा ने कहा कि शिक्षा विभाग कंप्यूटर लैब अटेंडेट की मांगों को अनदेखा कर रही है, इसलिए मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। इस अवसर पर प्रदीप शर्मा,मैनपाल,अनीश, रिंकु,रादेष, पोनिका, राजेश, साहिल, मुकेश तेवतिया व सुखराज ने संबोधित किया।
प्रदर्शनकारियों ने बीच में बदली रणनीति
इस बीच कंप्यूटर लैब सहायकों ने अपनी रणनीति बदली और मुख्यमंत्री आवास जाने की बजाए डीसी ऑफिस की और चल दिए। इसी दौरान करनाल एसडीएम ने डीसी ऑफिस से पहले उन्हें सड़क पर रोक लिया और सरकार से बातचीत का न्योता दिया। एसडीएम ने बताया कि कल 27 जुलाई को सचिवालय चंडीगढ़ में एपीएससीएम अमित अग्रवाल से कंप्यूटर लैब सहायकों की आधिकारिक बैठक होगी, जिसमें छह सदस्यीय शिष्टमंडल सुरेंद्र प्योंत, सुनील राणा, पोनिक मोर, रिंकू जांगड़ा,प्रदीप शर्मा और हवा सिंह मेहला बैठक में शामिल होने के लिए जांएगे।