कलायत, 27 अप्रैल (निस)
अनाज मंडी से बाहर एडिशनल खरीद केंद्रों में गेहूं की बोरियों का सैलाब है। इसका उठान कार्य नहीं करने का आरोप लगाते हुए मंडी व्यापारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने धरना और प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों ने अधिकारियों पर व्यापारियों को धमकाने और उनके लाइसेंस कैंसिल करने की धमकी देने के आरोप लगाए।
प्रदर्शनकारी व्यापारियों ने बताया कि 12 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी। अब तक करीब 12 लाख गेहूं के कट्टों की खरीद हो चुकी है उसमे से केवल चार लाख गेहूं के कट्टों का ही उठान हो पाया है। एजेंसी अधिकारियों द्वारा अनाज मंडी में रखे गए गेहूं का तो उठान करवाया जा रहा है लेकिन अनाज मंडी से बाहर खेतों और प्लाटों में बनाए गए एडिशनल खरीद केंद्रों पर पड़े लाखों क्विंटल गेहूं की लिफ्टिंग नहीं करवाई जा रही है। केंद्रों पर उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हर दिन गेहूं के कट्टों की चोरियां हो रही है और खराब मौसम के चलते गेहूं भी खराब हो रहा है।
अनाज मंडी एसोसिएशन प्रधान सोहनलाल, सुरेंद्र नंबरदार ढूंढवा, उपप्रधान पवन कुमार, प्रमोद कंसल व मंडी व्यापारियों ने बताया कि 11 मई को कलायत अनाज मंडी में भाजपा की रैली होने वाली है। इस कारण खरीद एजेंसी अधिकारियों द्वारा केवल मंडी से ही गेहूं का उठान करवाया जा रहा है। जबकि खरीद केंदों पर उनका गेहूं खराब हो रहा है। उस तरफ अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। जब उनसे खरीद केंद्र से गेहूं उठान की बात की जाती है तो उनके द्वारा व्यापारियों को लाइसेंस रद्द करने धमकी दी जाती है।
मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे एसडीएम सत्यवान सिंह मान ने प्रदर्शनकारी व्यापारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि गेहूं उठान बारे किसी मंडी व्यापारी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। अनाज मंडी के अंदर व बाहर खरीद केंद्रों पर से सुचारू रूप से गेहूं का उठान करवाया जाएगा। इसके लिए संबंधित खरीद एजेंसियों और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मंडी मजदूरों ने भी किया प्रदर्शन
व्यापारियों के प्रदर्शन के बाद शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मंडी मजदूरों का भी गुस्सा फूट पड़ा। मंडी मजदूरों ने मंडी में सुविधा नहीं होने और भरी दोपहर में गेहूं लोड करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए मार्केट कमेटी कार्यालय परिसर में अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। मंडी मजदूरों ने बताया कि गेहूं के कट्टे सिलाई की पूरी लेबर भी नहीं दी जा रही है। सुबह शाम मजदूर खाली बैठे रहते हैं और दोपहर के समय जब मजदूरों का भोजन करने और आराम करने का समय होता है तब वाहन अनाज मंडी में पहुंचते हैं और उन पर गेहूं के कट्टे लोड करने का दबाव बनाया जाता है।
खराब मौसम ने बढ़ायी किसान, आढ़तियों की चिंता
कैथल (हप्र) : शुक्रवार रात तेज बारिश से अनाज मंडियों में फिर से नुकसान हुआ है। गेहूं की आवक काफी हद तक बंद होने के चलते अधिक नुकसान नहीं हुआ है। मंडियों में जो गेहूं के कट्टे पड़े थे, बारिश में उन्हें जरूर नुकसान हुआ है। नई अनाज मंडी व विस्तार अनाज मंडी में अभी भी गेहूं के हजारों कट्टे पड़े हैं। इनका उठान होना बाकी है। नई अनाज मंडी एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन धर्मपाल कठवाड़ ने बताया कि बारिश से नई अनाज मंडी में खुले में पड़े कट्टों के भीगने से नुकसान की आशंका है, लेकिन विस्तार अनाज मंडी में अधिक बारिश नहीं हुई है। ऐसे में यहां काफी कम नुकसान है। उधर मौसम में बदलाव के चलते किसानों व आढ़तियों की चिंता बढ़ गई है। मार्किट कमेटी सचिव बसाऊराम ने कहा कि शहर की तीनों में मंडियों में आवक पूरी तरह से बंद हो चुकी है। अब केवल इक्का-दुक्का ट्रॉली ही पहुंच रही है। शुक्रवार को बारिश से अनाज मंडी में अधिक नुकसान नहीं है। अभी इन मंडियों में महज 30 से 40 प्रतिशत की उठान शेष है।
ब्रह्मसरोवर की सड़कें गेहूं की बोरियों से अटी
कुरुक्षेत्र (हप्र) : अनाज मंडी गेहूं से अटी पड़ी है। मंडी में स्थान कम होने के कारण ब्रह्मसरोवर के पास तीन किलोमीटर लंबी सड़क पर भी गेहूं के अंबार लगे हुए हैं। कई आढ़ती ब्रह्मसरोवर के तीन ओर की सड़कों पर ही गेहूं की बिक्री कर रहे हैं। मण्डी से उठान धीमी गति से चल रहा है। शुक्रवार रात से तेज हवा और बरसात के कारण तो किसान और आढ़ती की चिताएं और अधिक बढ़ रही हैं। यदि तेज बरसात आ गई तो खुले आसमान के नीचे पड़ी गेहूं को बचाना मुश्किल हो जाएगा। दूसरी ओर ब्रह्मसरोवर की सड़कों पर चल रही गेहूं की झराई और भराई के कारण ब्रह्मसरोवर पर आ रहे तीर्थ यात्रियों और वहां से गुजरने वाले अन्य लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इन्हीं चिंताओं को लेकर शनिवार को आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मायाराम की अध्यक्षता में आढ़तियों, किसानों, उठान करने वाले ठेकेदारों तथा मार्किट कमेटी के सचिव ने एक बैठक बुलाकर उठान में तेजी लाने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर मार्किट कमेटी के सचिव हरजीत सिंह ने माना कि उठान के कारण थोड़ी दिक्कत है। लेकिन उन्होंने बताया कि उठान की गति को तेज किया जा रहा है।