फरीदाबाद, 16 जून (हप्र)
खोरी बस्ती में बुधवार को गणेशीलाल नाम के 60 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह गणेशीलाल का शव घर के सामने खाली प्लाट में लगे फंदे पर लटका मिला। उनके बेटे श्यामलाल का कहना है कि वन विभाग की भूमि पर बसी खोरी बस्ती को तोड़ा जाना है। उनके पिताजी घर टूटने की आशंका से क्षुब्ध थे, इसलिए आत्महत्या की। श्यामलाल की शिकायत पर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार अवैध रूप से बसी खोरी गांव में तोडफ़ोड़ के आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिए हैं। जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग पुनर्वास की मांग कर रहे है। खोरी के स्थानीय निवासी 72 गणेशीलाल ने अपना घर टूटने के सदमे में आत्महत्या कर ली है। पुत्र श्यामलाल के मुताबिक उनके पिताजी ने करीब 15 साल पहले एक प्रापर्टी डीलर से यहां 120 गज का प्लाट खरीदा था। इसके पहले कच्चे मकान में रहते थे। इनके दो बेटे और उनकी बहुएं भी साथ रहती हैं। मृतक मूल रूप से यूपी के मेरठ के रहने वाले थे।
वहीं गणेशीलाल के आत्महत्या करने से खोरी बस्ती के लोग गुस्से से भर गए। बुधवार को जब पुलिस टीम शव कब्जे में लेने के लिए मौके पर पहुंची तो लोग एकत्र हो गए। उन्होंने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया और शव देने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। सूरजकुंड थाने में पुलिस पर पथराव करने के आरोप में भीड़ की शक्ल में मौजूद 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।