टोहाना, 24 फरवरी (निस)
यूक्रेन पर रूस के हमले के कारण वहां रह रहे भारतीय छात्रों की मुसीबत बढ़ गयी है। वहीं एयर लाइंस ने किराये में भी भारी भरकम इजाफा कर छात्रों की मुसीबत बढ़ा दी है। जिला फतेहाबाद से 6 मेडिकल छात्र यूक्रेन के शहर चेरतिसिया में भय के साये में हैं। उनकी वापसी के लिए यूनिवसिर्टी एवं भारतीय दूतावास के अधिकारियों के बीच लगातार बातचीत चल रही है। छात्र साहिल ने चेरतिसिया से वीडियो कॉल से बताया कि वह फतेहाबाद की रतिया रोड पर स्थित प्रोफेसर कालोनी का है उसके संपर्क में 2 छात्र फतेहाबाद से, 4 छात्र रतिया से हैं। उनके शहर में जनजीवन सामान्य चल रहा है, बच्चों बाजारों एवं पार्कों में घूम रहे हैं हालांकि लोग भय की स्थिति को देखते हुए वस्तुओं की खरीददारी करके जमा करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं साहिल ने बताया कि भारतीय विमान कपंनियाें ने किराया 25 हजार बढ़ाकर 85 हजार रुपये कर दिया है जिससे छात्रों एवं उनके अभिभावकों के सामने आर्थिक तंगी भी खड़ी हो गई है।
फ्लाइट हुई कैंसिल
चरखी दादरी (निस) : यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों में दशहत और डर कर माहौल है। चरखी दादरी के रहने वाले अमित भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। परिजनों ने बताया कि अमित का 27 फरवरी को वापसी का टिकट भी बनवाया लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई। परिजनों ने सरकार से बेटे की वापसी की गुहार लगाई है। दादरी जिला के गांव कान्हड़ा निवासी अमित कुमार यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया है।
वीडियो कॉल से जाना भारतीय दोस्तों का हाल
पानीपत (निस) : यूक्रेन से पानीपत के दलबीर नगर का छात्र अनिल वापस शहर में लौटा है। हालांकि पानीपत पहुंचने पर छात्र अनिल ने धरती को चूमकर भगवान का शुक्रिया अदा किया। अनिल ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय दोस्तों से वीडियो कॉल करके भी बृहस्पतिवार को उनका हाल जाना जोकि बेहद चिंतित नजर आये। अनिल दो दिन पहले ही यूक्रेन से वापस लौटा है। अनिल ने बताया कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र स्वदेश लौटना चाहते हैं, क्योंकि वहां पर रह रहे छात्रों की आर्थिक स्थिति अब बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है। पहले फ्लाइट का रेट करीब 30 हजार के आसपास होता था और वह अब बढक़र 80 हजार से लेकर एक लाख तक हो चुका है।
चार दिन का राशन-पानी
झज्जर (हप्र) : झज्जर के गांव भदानी के नीटू फलस्वाल का बेटा मुकन्द्र ढाई माह पूर्व यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई के लिए गया था। कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने के चलते वह अभी यूक्रेन में ही फंसा हुआ है। नीटू फलस्वाल ने बताया कि उनकी जब मुकन्द्र से आखिरी बार बात हुई तो मुकन्द्र ने बताया कि उसके व उसके साथियों के पास अगले चार से पांच रोज का राशन व पानी है। उन्हें बाहर न निकलने की विश्वविद्यालय द्वारा हिदायत दी गई है।
सड़कों पर ठिठुर रहे हैं म्हारे लाल
कैथल (हप्र) : कैथल जिले के करीब 30 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। अपने बच्चों की सुरक्षा व देश वापसी की मांग को लेकर उनके अभिभावक कैथल सचिवालय में एकत्रित हुए। उन्होंने डीसी प्रदीप दहिया को भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि उनके लाड़लों को सुरक्षित अपने घर लाया जाए। उन्होंने कहा कि वहां पानी की सप्लाई की लाइन काट दी गई है। बिजली कटौती भी वहां रहने वाले बच्चों के लिए परेशानी बनी हुई है। यूक्रेन में फसे बच्चों के पिता कुलदीप, मनोज, रमेश चंद, जितेन्द्र आदि ने बताया कि आज कई बच्चों की फ्लाइट थी लेकिन वे एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि बच्चे वहां सड़कों पर ठिठुर रहे हैं। एडवोकेट ज्योति ने बताया कि यूक्रेन में उसकी बहन बहुत मुश्किल में है। वहां उसे उसकी बहन का संदेश आया है कि पीने के पानी की लाइन काट दी गई है।
शिक्षा मंत्री से मिले बच्चों के अभिभावक
यमुनानगर (हप्र) : यूक्रेन में पढ़ने गए बच्चों के अभिभावक हरियाणा शिक्षा मंत्री को मिले और कहा कि उनके बच्चे यूक्रेन में पढ़ने के लिए गए हुए हैं उनको किसी न किसी तरह इंडिया बुलाया जाए। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने यूक्रेन में पढ़ने गए बच्चों के अभिभावकों को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द वह सांसद रतन लाल कटारिया व विदेश मंत्री से बात करके इसका समाधान करने में लगे हुए हैं।
हिसार की 4 छात्राएं व एक छात्र यूक्रेन में फंसे
हिसार (हप्र) : यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे हिसार की 4 युवतियों व एक युवक के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है तुरंत एयरलिफ्ट के माध्यम से उनके बच्चों को सुरक्षित भारत लाया जाए। वहीं, यूक्रेन से 14 फरवरी को हिसार लौटा पटेल नगर निवासी उत्कर्ष ने बताया कि अभी भी हिसार के काफी स्टूडेंट वहां फंसे हुए हैं। इनमें गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर ओमप्रकाश सांगवान की बेटी सानिया सांगवान, एएसआई जगदीश की पुत्री रीना, प्रॉपर्टी डीलर सुनील सैनी की पुत्री दीपिका सैनी, डाबड़ा गांव के सेवानिवृत्त मास्टर सीताराम की पुत्री आयुषी मोहिल, नलवा गांव निवासी विजयपाल की पुत्री सालिका सहरावत शामिल हैं।
‘फोन का संपर्क कट सकता है चिंता मत करना’
सोनीपत (निस) : यूक्रेन पर रूस के हमले से सोनीपत के कई विद्यार्थी वहां फंस गए हैं, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है। परिजन अपने बच्चों से बार-बार फोन पर बात कर उनकी सुरक्षा व यूक्रेन के हालात की जानकारी ले रहे हैं। आदर्श नगर निवासी अरुण कौशिक ने बताया कि मेरी बेटी उर्वशी नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी, खारकीव में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। 6 फरवरी को वापस आने के लिए टिकट करवाई थी, लेकिन फ्लाइट नहीं मिली। उसके बाद 26 फरवरी की टिकट करवाई, लेकिन रूस के हमले के बाद सभी फ्लाइट रद्द हो गई हैं। जिससे बेटी वहीं फंस गई है। आदर्श नगर निवासी दंपति उमेश व वीना ने बताया कि हमारी बेटी रिया एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन के खारकीव में गई थी। जैन बाग कॉलोनी निवासी लेक्चरर सुरेंद्र मलिक ने बताया कि मेरी बेटी प्रिया 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन की गई थी। उन्हें बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है। ठरू उल्देपुर निवासी कुलदीप ने बताया कि मेरी भतीजी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए 3 माह पहले ही यूक्रेन गई थी। गन्नौर के छात्र शिवम के पिता राजेश शर्मा ने बताया कि उनका बेटा शहर उजगोद में एसबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। फिलहाल बेटा शिवम ठीक है। उसने फोन पर कहा कि हमें रात को पोलैंड, हंगरी से निकाल सकते हैं, जिससे फोन का संपर्क टूट सकता है। हम पोलेंड बार्डर के नजदीक हैं।